कोहरे का असर : यमुना एक्सप्रेस-वे पर रात के समय कोहरे के कारण नहीं चलेंगे ट्रेक्टर-ट्रॉली, वाहनों की गति पर भी लगेगा ब्रेक
Effect of fog: Tractor-trolleys will not run on Yamuna Expressway at night due to fog, speed of vehicles will also be reduced

Panchayat 24 : एक्सप्रेस-वे और हाईवे पर सर्दी और कोहरे का असर दिखने लगा है। सर्दी के मौसम में इस बार सीजन के पहले कोहरे के कारण ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर गाजियाबाद और गौतम बुद्ध नगर में लगभग एक दर्जन वाहन आपस में भिड गए। लगभग दो दर्जन लोगों को चोटें आई है। हादसे से सबक लेते हुए यमुना एक्सप्रेस-वे पर कोहरे के कारण होने वाले हादसों की रोकथाम के लिए कई अहतियतन कदम उठाए गए हैं। इस दिशा में यमुना एक्सप्रेस-वे पर ट्रेक्टर ट्रॉली के परिचालन पर रोक लगा दी गई है। ट्रेक्टर ट्रॉली पर यह रोक शाम को अंधेरा होने के साथ शुरू हो जाएगी। वहीं अगले दिन उजाला होने तक यह रोक जारी रहेगी। वहीं, यमुना एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटनाओं की आशंकाओं को देखते हुए वाहनों की अधिकतम गति को घटाकर सौ किमी प्रतिघंटा कर दिया गया है।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, सर्दी के मौसम में हर साल यमुना एक्स्प्रेस-वे पर बड़ी संख्या में खतरनाक सड़क हादसे होते हैं। इनमें सैकड़ों लोग हर साल अपनी जान गंवाते है। इस स्थिति को देखते हुए यमुना एक्स्प्रेस-वे की प्रबंधन कंपनी जेपी इंफ्राटेक ने सड़क हादसों की रोकथाम के लिए कई अहम निर्णय लिए है। एक्सप्रेस-वे पर ट्रेक्टर एवं ट्रॉली के संचालन पर लगाई गई रोक इसी दिशा में उठाया गया कदम है। बता दें कि यमुना एक्सप्रेस-वे के रास्ते बड़ी संख्या में अलीगढ़ और मथुरा जिलों से ईंटों और गेहूं, चावल और सब्जियों से लदे ट्रेक्टर ट्रॉली नोएडा और ग्रेटर नोएडा की ओर आते हैं। कोहरे के कारण बहुत ही कम दृश्यता होने के कारण कई बार ट्रेक्टर और ट्रॉली हादसे का कारण बन जाते हैं। वहीं, यमुना एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की गति को घटाकर सौ किमी प्रतिघंटा कर दिया गया है। बता दें कि हर साल 15 दिसंबर से 15 फरवरी के बीच वाहनों की गति को कम करने का निर्णय लिया जाता है। लेकिन इस बार दिल्ली एनसीआर में स्मॉग की बदतर के प्रचंड प्रकोप के चलते इस निर्णय को 19 नवंबर से ही लागू कर दिया गया है।
सुरक्षा उपायों में की गई वृद्धि
जेपी इंफ्राटेक की ओर से यमुना एक्सप्रेस-वे की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है। कोहरे से होने वाले हादसों पर त्वरित कार्रवाई करने और घटनास्थल पर राहत एवं बचाव टीम के जल्द से जल्द पहुंचने पर जोर दिया जा रहा है। घायलों को कम समय में अधिक से राहत प्रदान करने के लिए सुरक्षा उपायों में भी वृद्धि कर दी गई है। पेट्रोलिंग के लिए वाहनों की संख्या 11 से बढ़ाकर 15 की गई है। क्रेन की संख्या भी 8 से बढ़ाकर 11 कर दी गई है। एक्सप्रेस-वे पर 6 एम्बुलेंस ओर 5 दमकल की गाडियों को तैनात किया गया है।
वाहन चालकों को किया जा रहा है जागरूक
यमुना एक्सप्रेस-वे पर कोहरे के प्रभाव से होने वाले हादसों से बचने के लिए वाहन चालकों के बीच जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। यातायात माह 2024 के अन्तर्गत विशेष कार्यक्रम ट्रेफिक पुलिस की ओर से किए जा रहे हैं। एक्सप्रेस-वे पर चलने वाली गाडियों पर रिफ्लेक्टर लगाए जा रहे हैं। प्रवेश और निकास रास्तों पर वाहन चालकों के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम से संदेश प्रसारित किए जा रहे हैं। पंपलटों का वितरण किया जा रहा है।
वाहन चालकों के लिए चाय वितरण की व्यवस्था
यमुना एक्सप्रेस-वे पर कोहरे के अतिरिक्त हादसों का एक बड़ा कारण चालकों को नींद की झपकी भी है। ऐसे में सर्दी के मौसम में चालकों के लिए चाय वितरण की विशेष व्यवस्था भी की गई है। जेवर टोल प्लाजा के प्रबंधक जेपी शर्मा ने कहा कि यमुना एक्स्प्रेस-वे पर किए जा रहे सुरक्षा उपाय कोहरे के कारण होने वाले हादसों को रोकने के लिए किए जा रहे हैं। उन्होंने वाहन चालकों से अपील करते हुए कहा है कि यमुना एक्सप्रेस-वे पर यात्रा करते समय वाहन निर्धारित गति में ही वाहन चलाएं। कोहरे में वाहन चलाते समय सावधानी बरतें।