ग्रेटर नोएडा में ग्रीन बेल्ट से अतिक्रमण हटाने के लिए चला प्राधिकरण का बुलडोजर, दो दर्जन अवैध दुकानें ध्वस्त
Authority's bulldozer ran to remove encroachment from the green belt in Greater Noida, two dozen illegal shops demolished

Panchayat 24 : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शनिवार सुबह ग्रीन बेल्ट पर बने अतिक्रमण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए दो दर्जन से अधिक अवैध दुकानों को ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई पतवाड़ी गांव से सटे सेक्टर-2 और सेक्टर-3 की ग्रीन बेल्ट में की गई, जहां कुछ लोगों द्वारा अवैध रूप से मार्केट विकसित कर ली गई थी। करीब चार घंटे तक चली इस कार्रवाई में एक लाख वर्ग मीटर से अधिक जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, सुबह 6 बजे शुरू हुई इस कार्रवाई में आठ जेसीबी और आठ डंपरों की मदद से ऑटोमोबाइल, एल्युमिनियम वर्क्स और मार्बल की अवैध दुकानों को ध्वस्त किया गया। प्राधिकरण की ओर से पूर्व में कई बार नोटिस दिए जाने के बावजूद जब अतिक्रमण नहीं हटाया गया, तो प्राधिकरण ने यह सख्त कदम उठाया।
ग्रीन बेल्ट की यह जमीन पतवाड़ी गांव के खसरा नंबर 663, 668, 670, 725, 729, 730, 739, 740 और 741 आदि में स्थित थी। यह स्थान 130 मीटर चौड़ी सड़क के किनारे है, जो ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट को जोड़ती है।
इस बड़ी कार्रवाई का नेतृत्व प्राधिकरण के परियोजना विभाग के महाप्रबंधक ए.के. सिंह ने किया। उनके साथ उद्यान विभाग और भूलेख विभाग की टीम तथा बड़ी संख्या में नोएडा पुलिस बल मौजूद था। मौके पर एडिशनल सीपी हृदेश कठेरिया, एसीपी वीर सिंह, एसीपी दीक्षा सिंह और एसीपी वर्णिका सिंह भी मौजूद रहे।
कार्यवाही के बाद प्राधिकरण ने तत्काल मलवा हटाने और ग्रीन बेल्ट में पौधरोपण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। ओएसडी गुंजा सिंह ने बताया कि यह अब तक की ग्रीन बेल्ट पर सबसे बड़ी अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई मानी जा रही है।
प्राधिकरण की चेतावनी
प्राधिकरण के सीईओ एन.जी. रवि कुमार ने इस सफल अभियान के लिए पूरी टीम और नोएडा पुलिस की सराहना की है। वहीं, एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस ने स्पष्ट चेतावनी दी कि ग्रीन बेल्ट या प्राधिकरण की किसी भी भूमि पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। उन्होंने आम नागरिकों से अपील की है कि किसी भी संपत्ति को खरीदने या किराए पर लेने से पहले उसकी वैधता की जानकारी प्राधिकरण से अवश्य प्राप्त करें।
ये अधिकारी कार्रवाई के दौरान रहे शामिल
अभियान में ओएसडी भूलेख रामनयन सिंह, डीजीएम उद्यान संजय कुमार जैन, वरिष्ठ प्रबंधक चेतराम सिंह, राजेश कुमार निम, पीपी मिश्र, सहायक निदेशक बुद्ध विलास, प्रबंधक प्रशांत समाधिया और मिथिलेश कुमार आदि अधिकारी भी शामिल रहे।