हमलावरों ने मोहाली ब्लॉस्ट में कश्मीर के आतंकवादी मॉड्यूल को अपनाया
Attackers Adopt Kashmir's Terrorist Module In Mohali Blasts
कश्मीर आतंकवाद से जुड़े मोहाली विस्फोट के तार, इस तरह के विस्फोटक का घाटी में हुए आतंकवादी हमलों में होता रहा है इस्तेमाल
Panchayat24.com : पंजाब के मोहाली में स्थित खुफिया विभाग के मुख्यालय पर सोमवार शाम को हुए हमले के तार अप्रत्यक्ष तौर पर जम्मु कश्मीर के आतंकवाद से जुड़ रहे हैं। दरअसल, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पंजाब पुलिस के डीजीपी ने वी के भवारा ने इस विस्फोट में इस बात क पुष्टि की है कि ट्रिनिट्रोटोल्यूइन (टीएनटी) विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था। आमतौर पर इसका प्रयोग आतंकवादी जम्मु और कश्मीर में में हमले के दौरान करते रहे हैं। वहीं कश्मीर के आतंवादी मॉड्यूल को हमले के लिए हमलावरों ने अपनाया है। पुलिस ने उस लांचर को भी बरामद कर लिया है जिसकसे रॉकेट चलित ग्रेनेड (आरपीजी) को दागा गया था। लांचर चीन निर्मित बताया जा रहा है।पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए फतेहगढ़, अंबाला और तरतारन से 11 संदिग्धोंध को हिरासत में लिया गया है। पूछताछ के दौरान पुलिस के हाथ र्क अहम सुराग भी लगे हैं। वहीं, राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए और सेना की टीम भी मौके पर पहुंची और घटनास्थल का दौरान कर आवश्यक साक्ष्य जुटाए।
वहीं खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस ने इस विस्फोट की जिम्मेवारी ली है। मीडिया रिपेार्ट के अनुसार संगठन के प्रमुख गुरूपतवंत सिंह पन्नु ने कहा है कि अभी मोहाली में हमला किया। आगे हिमाचल में भी इसी तरह के हमले करेंगे। बता दें कि सिख फॉर जस्टिस पिछले कुछ समय से हिमाचल में अतिरिक्त सक्रियता दिखा रहा है। दो दिन पूर्व भी इस संगठन की ओर से हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला सिथत विधानसभा के मुख्य द्वार पर भी खालिस्तान के समर्थन में खालिस्तानी झण्ड़े लगाए थे। इतना ही नहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को पत्र लिखकर धमकी थी दी थी। दरअसल, सिख फॉर जस्टिस का मानना है कि एक दिन पंजाब एक आजाद देश बनेगा और हिमाचल का इसमें विलय किया जाएगा।
मोहाली में हुए विस्फोट में हमलावरों के निशाने पर पुलिस का खुफिया मुख्यालय और पुलिसकर्मी थी। इस इमारत में पंजाब पुलिस के कई अहम विभाग हैं। पंजाब पुलिस के कई आला अधिकारियों का भी कार्यालय इसी इमारत में है। पुलिस सूत्र बताते हैं कि हमलावरों से रॉकेट लांचर सही से ही चला और उनका निशाना चूक गया। अन्यथा बड़ा नुकसान हो सकता था। वहीं, मंगलवार को भी पुलिस मुख्यालय के बाहर एक और विस्फोट होने की सूचना फैल गई। सोशल मीडिया और मीडिया में चल इन खबरों से पुलिस की परेशानी बढ़ा दी। जनता के बीच इस तरह की खबरों से भय पैदा न हो इसके लिए एसएसपी विवेकशील सोनी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस तरह की खबरों को कोरी अफवाह बताया।
मोहाली में सरकारी महत्व की इमारत पर हुए हमले के बाद से पंजाब सरकार काफी दबाव में है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान पूरे मामले पर नजरें बनाए हुए हैं। वह लगातार पंजाब पुलिस और इंटेलिजेंस विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर मामले पर विचार कर रहे है। वह डीजीपी को इस बारे में गहराई से जांच करने के निर्देश दे चुके हैं। घटना में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना के दोषियों के खिलाफ जल्द ही कानूनी कार्रवाई की जाएगी और कड़ी सजा भी दी जाएगी। बैठक में मुख्य सचिव ए. वेनू प्रसाद, डीजीपी वीके भावरा, एडीजीपी (आंतरिक सुरक्षा) आरएन ढोके और एडीजीपी (इंटेलिजेंस) एसएस श्रीवास्तव भी शामिल थे।
पुलिस सफेद रंग की स्विफ्ट कार सवारों की तलाश कर रही है
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मोहाली स्थित पुलिस खुफिया विभाग की इमारत पर हमला करने वाले हमलावर सफेद रंग की स्विफ्ट कार में सवार होकर आए थे। बताया जाता है कि वारदात को अंजाम देकर हमलावर एयरपोर्ट रोड से होते हुए डेराबस्सी और फिर अंबाला की ओर भागे थे। बताया जाता है कि यह लीड पुलिस को पिज्जा डिलीवरी बॉय और सीसीटीवी फुटैज के आधार पर हाथ लगी हैै।