ग्रेटर नोएडा जोन

अतिक्रमण को लेकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने कसी कमर : हर दिन नया अधिकारी करेगा मॉनेटरिंग, लापरवाही मिली तो अपने अधिकारियों और कर्मचारियों पर भी नरमी नहीं

Greater Noida Authority tightens its back on encroachment: Every day a new officer will monitor, if negligence is found, then its officers and employees will not be soft on

Panchayat24.com : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण अधिसूचित क्षेत्र में हुए अतिक्रमण के खिलाफ आरपार की लड़ाई का मन बना चुका है। अतिक्रमण को हटाने के लिए बाकायदा अभियान चालकर ध्‍वस्‍त किया जाएगा। इसके लिए प्राधिकरण ने विशेष रणनीति बनाई है। यदि अतिक्रमण को गिराने में प्राधिकरण के अधिकारियों अथवा कर्मचारियों की लापरवाही सामने आती है तो उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

तीन एसीईओ और दो ओएसडी के हाथों में होगी कमान

प्राधिकरण के सीईओ और मेरठ मण्‍डलायुक्‍त सुरेन्‍द्र सिंह ने बताया कि अतिक्रमण को ध्वस्त करने और अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के अभियान की कमान प्राधिकरण के तीनों एसीईओ व दोनों ओएसडी को सौंपी गई है। सीईओ ने चेतावनी दी है यदि प्राधिकरण की अधिसूचित क्षेत्र में अतिक्रमण हुआ तो उस एरिया के वर्क सर्किल इंजीनियरों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

हर दिन अलग अधिकारी को सौंपी गई अतिक्रमण हटाने की जिम्‍मेवारी

सीईओ ने ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की निगरानी के लिए पांच वरिष्ठ अधिकारियों को साप्‍ताहिक आधार पर पांच अलग अलग दिनों की जिम्‍मेवारी सासैंपी है। सोमवार को एसीईओ अदिति सिंह अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की मॉनिटरिंग करेंगी। मंगलवार को एसीईओ दीप चंद्र, बुधवार को एसीईओ अमनदीप डुली, बृहस्पतिवार को ओएसडी सौम्य श्रीवास्तव और शुक्रवार को ओएसडी सचिन कुमार सिंह अतिक्रमण की कार्रवाई की मॉनिटरिंग करेंगे। अतिक्रमण हटाने के लिए जरूरी संसाधनों के इंतजाम की जिम्मेदारी भी इन अधिकारियों पर होगी।

शाहबेरी जैसी घटना दोबारा न हो, अतिक्रमण करने वालों पर होगी कार्रवाई

सीईओ ने कहा कि शाहबेरी जैसी घटना दोबारा न हो, इसके लिए अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। प्राधिकरण द्वारा अर्जित भूमि, जिसमें भू-स्वामियों द्वारा प्रतिकर, आबादी का प्लॉट सहित सभी लाभ लेने के बावजूद भी अवैध कब्जा किया है तो उसे तत्काल हटाएं। क्षेत्र में घूमकर अतिक्रमण वाले जगहों को चिंहित कर लें। उसे जगह-जगह प्रदर्शित करें। अतिक्रमण रोकने के लिए वन मैप ग्रेटर नोएडा पर उपलब्ध डाटा का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

प्राधिकरण की अर्जित भूमि और एलएमसी पर कब्‍जाधारकों को दर्ज होंगे मुकदमें

सीईओ सुरेन्‍द्र सिंह ने जोर देकर कहा प्राधिकरण की अर्जित, कब्जा प्राप्त व एलएमसी की जमीन पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा कर जेल भेजा जाएगा। इसके लिए उस एरिया के वरिष्ठ प्रबंधक की जिम्मेदारी तय की जाएगी। जरूरत पड़ने पर अतिक्रमण हटाने के लिए पुलिस से सहयोग लिया जा सकता है। अगर किसी अधिकारी के संरक्षण में अवैध अतिक्रमण होने की सूचना मिली तो उस एरिया के वरिष्ठ प्रबंधक, प्रबंधक व सहायक प्रबंधक के खिलाफ सेवा नियमावली के तहत कार्रवाई की जाएगी। सीईओ ने निर्देश दिया कि बिना नक्शा पास कराए अगर कोई व्यक्ति निर्माण करता है तो उसे तत्काल रोक दें और उसके खिलाफ नियमानुसार कानूनी कार्रवाई करें।

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