नोएडा प्राधिकरण की अखाड़ा-पार्क योजना से परंपरागत खेलों को नई ऑक्सीजन, ग्रामीण आबादी को मिलेगा बड़ा फायदा
Noida Authority's Arena-Park scheme will give new life to traditional sports and will provide huge benefits to the rural population.

Panchayat 24 (नोएडा) : नोएडा के गांवों में तेजी से बढ़ती आबादी और निर्माण के कारण खेलकूद की गतिविधियों एवं व्यायाम के लिए यथोचित स्थान का अभाव बड़ी समस्या बन गया है। जहां लोगों को सुबह शाम टहलने के लिए ग्रामीण आबादी के लिए सुबह-शाम टहलने के लिए पार्क मुहैया नहीं हैं, वहीं युवाओं के बीच कुश्ती एवं कबड्डी जैसे परंपरागत खेलों के प्रति लगात लगभग समाप्त हो गया है। ऐसे में प्राधिकरण की अखाड़ा-पार्क योजना को सकारात्मक पहल के रूप में देखा जा रहा है। इससे युवाओं की ऊर्जा सकारात्मक दिखा में प्रयोग होगी।
दरअसल, युवा शक्ति राष्ट्र की ऊर्जा का बड़ा स्रोत्र है। जरूरत है इस ऊर्जा को सकारात्मक दिखा देने की। इस ऊर्जा का बड़ा हिस्सा गांवों में है। यह दुर्भाग्य ही है कि नोएडा में जिस आधार पर आवासीय सेक्टरों का विकास हुआ, उस प्रकार गांवों का विकास नहीं हो सका है। यहां खेलकूद के मैदान और पार्क जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। इसका दुष्परिणाम यह रहा है कि मिट्टी से जुड़े परंपरागत खेल ग्रामीण युवाओं के बीच से लुप्त होते जा रहे हैं। परिणामस्वरूप युवाओं की ऊर्जा का बड़ा हिस्सा अपराध एवं नशा के रूप में नष्ट हो रही है। ऐसे में नोएडा प्राधिकरण की अखाड़ा-पार्क योजना एक अहम बदलाव का प्रतीक बन सकती है।
बता दें कि ग्रामीण क्षेत्रों में खेल–सुविधाओं को मजबूत बनाने की दिशा में नोएडा प्राधिकरण ने एक अहम कदम उठाते हुए ग्राम सर्फाबाद, सोरखा और पर्थला में शेडेड कुश्ती अखाड़ों सहित खेल–गतिविधियों के लिए विशेष पार्क विकसित करने की मंजूरी दे दी है।यह कुश्ती अखाड़े और पार्क सेक्टरों और गांवों के बीच सामुदायिक उपयोग की जमीन पर किया जाएगा। इस जमीन को अतिक्रमण से बचाने के लिए प्राधिकरण ने यह फैसला किया है। प्रस्ताव को 17 नवंबर को प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा औपचारिक स्वीकृति प्रदान की गई।
डीजीएम विजय रावल के अनुसार सर्फाबाद गांव में सेक्टर-73 स्थित महादेव अपार्टमेंट के करीब, पर्थला गांव में खेल मैदान एफएनजी मार्ग के करीब और सोहरखा गांव में शिव गेट के पास शेडेड कुश्ती अखाड़ा, गतिविधि–कक्ष और अन्य खेल–सुविधाओं के निर्माण पर लगभग 2.56 करोड़ खर्च किया जाएगा। परियोजना के तहत खेल परिसर की चारदीवारी, शेड निर्माण और आवश्यक कमरों का विकास भी शामिल है। प्राधिकरण जल्द ही औपचारिकताएं पूरी कर निविदाएं आमंत्रित करेगा। इसके बाद त्वरित अनुबंध प्रक्रिया के जरिए कार्य प्रारंभ कराने की तैयारी है।
हालांकि यह कहना जल्दबाजी होगी कि नोएडा प्राधिकरण की इस पहल से ग्रामीण युवाओं की खेलकूद से जुड़ी गतिविधियों में कोई क्रांतिकारी बदलाव आएगा। यह देखना अहम होगा कि इस परियोजना की निगरानी कैसे होती है ? प्राधिकरण की कुछ अन्य परियोजनाओं की तरह यह परियोजना भी देखभाल एवं सुविधाओं के अभाव में दम तो नहीं देगी ? फिर भी इसको बदलाव की दिशा में शुरूआती कदम के रूप देखा जा सकता है।

