ग्रेटर नोएडा जोन

उपचार के दौरान छात्र की मौत, परिजनों का आरोप गलत इंजेक्‍शन लगाने से हुई मौत, आरोपी चिकित्‍सक का क्‍लीनिक सील

Student dies during treatment; family alleges wrong injection led to death; accused doctor's clinic sealed

Panchayat 24 (ग्रेटर नोएडा) : निजी क्‍लीनिक पर चिकित्‍स द्वारा गलत इंजेक्‍शन लगाए जाने पर एक छात्र की मौत का मामला प्रकाश में आया है। पीडित परिजनों का आरोप है कि बच्‍चा ठीक ठाक हालत में क्‍लीनिक पर पहुंचा था। इंजेक्‍शन लगने के बाद बच्‍चे की हालत तेजी से बिगड़ती चली गई और उसकी मौत हो गई। आरोपी चिकित्‍सक पर कार्रवाई की मांग को लेकर ग्रामीणों ने दादरी स्थित एसीपी ग्रेटर नोएडा द्वितीय एवं सीएचसी दादरी के सुप्रीटेंडेंट से मुलाकात की। वहीं, पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी चिकित्‍सक के क्‍लीनिक को सील कर दिया है। मामले की जांच के लिए मुख्‍य चिकित्‍साधिकारी की ओर से तीन सदस्‍यीय समीति का गठन किया गया है। मामला जारचा कोतवाली क्षेत्र का है।

क्‍या है पूरा मामला ?

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार जिला हापुड़ के नंगला उदयरामपुर गांव निवासी पुष्‍पेन्‍द्र के पुत्र रजत भाटी (16) की बीते छ: अक्तूबर को अचानक स्‍वास्‍थ्‍य खराब हो गया। उसने परिजनों को बदन दर्द एवं बुखार होने के बारे में बताया। परिजन उसे पड़ोस के ही प्‍यावली गांव में स्थित एक निजी क्लीनिक पर उपचार के लिए ले गए। परिजनों के अनुसार यहां चिकित्‍सक महबूब अली द्वारा इंजेक्‍शन लगाया जिसके बाद अचानक तेजी से उसका स्‍वास्‍थ्‍य खराब हो गया। हालत बिगड़ती देख चिकित्‍सक ने उसको अतिरिक्‍त उपचार देने का असफल प्रयास किया।

हालात नियंत्रण से बाहर होते देख परिजन आनन फानन में उसको दादरी स्थित सरकारी अस्‍पताल लेकर आए, जहां चिकित्‍सकों ने छात्र को मृत घोषित कर दिया। वहीं, सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्‍जे में लेकर पोस्‍टमार्टम के लिए भेज दिया। ग्रेटर नोएडा द्वितीय एसीपी  का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह स्पष्ट नहीं आई है। डॉक्टरों ने मृतक का बिसरा प्रिजर्व कर जांच के लिए भेज दिया है। ग्रेटर नोएडा एडीसीपी सुधीर कुमार ने बताया कि सीएमओ को रिपोर्ट भेज दी गई है। उन्होंने बताया कि एसीएमओ के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम गठित की गई है। टीम की जांच रिपोर्ट के आधार पर चिकित्‍सक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं, मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस एवं प्रशासन द्वारा आरोपी चिकित्‍सक के निजी क्‍लीनिक को सील कर दिया गया है।

आरोपी चिकित्‍सक के पास डिग्री आयुर्वेद की, एलोपेथिक पद्धति से कर रहा था उपचार 

जानकारी के अनुसार आरोपी चिकित्‍सक महबूब अली के पास आयुर्वेद पद्धति की डिग्री है। ऐसे में उन्‍हें केवल आयुर्वेद पद्धति से ही मरीज का उपचार करने का अधिकार है। उनके पास एलोपेथिक पद्धति से उपचार की न कोई डिग्री है और न ही अनुभव। तीन सीएमओ गौतम बुद्ध नगर द्वारा गठित तीन सदस्यीय सम‍ीति के सदस्‍य डॉ रविन्‍द्र कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्‍टया आरोपी चिकित्‍सक के पास ऐलोपेथिक पद्धति से उपचार करने की डिग्री एवं अनुभव नहीं है। मामले में कार्रवाई करते हुए शनिवार को क्‍लीनिक को सील कर दिया गया है।

मामले में शीघ्र जांच रिपोर्ट सौंपेगी जांच स‍मीति 

मामले में सीएमओ गौतम बुद्ध नगर द्वारा गठित जांच समीति ने मामले में जांच शुरू कर दी है। समीति में अपर मुख्‍य चिकित्‍सा अधिकारी गौतम बुद्ध नगर, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी गौतम बुद्ध नगर डॉ राम निवास एवं सीएचसी दादरी के चिकित्‍सा अधीक्षक डॉ रविन्‍द्र कुमार शामिल हैं। डॉ रविन्‍द्र कुमार के अनुसार समीति जल्‍द सीएमओ को जांच रिपोर्ट सौंपेगी।

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