दादरी विधानसभा

यूपीआईटीएस-2025 : स्‍वास्‍थ्‍य और पर्यावरण को बचाएंगे गन्‍ने से निकलने वाली बॉयो प्‍लास्टिक से बने उत्‍पाद

UPITS-2025: Products made from sugarcane bioplastic will protect health and the environment

Panchayat 24 (ग्रेटर नोएडा) : ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्‍सपो मार्ट में शुरू हुए यूपीआईटीएस-2025 में उत्‍तर प्रदेश का हर जिला अपने उत्‍पदों को प्रदर्शित कर रहा है। बलरामपुर जिले की और से प्‍लास्टिक से बने उत्‍पादों के विकल्‍प के तौर पर गन्‍ने से निकलने वाली बॉयो प्‍लास्टिक से बने उत्‍पादों को प्रदर्शित किया गया है। प्रदर्शकों का दावा है कि बाॅयो प्‍लास्टिक से बने उत्‍पाद जहां बाजार में प्रचलित प्‍लास्टिक से बने उत्‍पादों का विकल्‍प बन सकते हैं। वहीं, इनसे पर्यावरण एवं स्‍वास्‍थ्‍य को भी कोई नुकसान नहीं होगा। बॉयो प्‍लास्टिक का प्रयोग करके डिस्‍पोजल पॉलीथिन, बैग्स, चम्मच, पानी की बोलत से लेकर कपड़े तक बनाए गए है। बॉयो प्‍लास्टिक से बने उत्‍पाद आसानी से एक समय के बाद आसानी से पानी में घुल जाते हैं।

बॉयोयुग की ​बिजनेस डिवलेपमेंट मैनेजर स्वेता सूर्यवंशी ने बताया कि शुगर मिल में गन्‍ने से खाने में प्रयोग होने वाली चीनी को बनाया जाता है। इस प्रक्रिया में गन्‍ने से चीनी जैसा निम्‍नस्‍तरीय पदार्थ भी निकलता है। इससे ही बॉयो प्‍लास्टिक तैयार किया जाता है। बॉयो प्‍लास्टिक का प्रयोग करके प्लास्टिक की चम्मच, कप, गिलास, प्लेट, बैग, टी—शर्ट आदि बनाए जाते है।

उन्होंने बताया कि कि प्लास्टिक के बर्तन में गर्म पानी, चाय या फिर दूध पीने से विषैली पदार्थ के शरीर में जाने की आंशका रहती है। जिससे कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती हे। ऐसे में बॉयो प्‍लास्टिक के बर्तन का प्रयोग करके मानव शरीर में होने वाली बीमारियों की आशंका से बचा जा सकता है। वहीं, यह पानी के संपर्क में आने से एक निश्चित समय बाद गल जाता है जिससे प्‍लास्टिक कूड़े से पर्यावरण को होने वाले नुकसान से भी बचा जा सकता है।

स्‍वेता सूर्यवंशी का दावा है कि इको फ्रेंडली होने के कारण इस तरह के उत्‍पादों की विदेशों में भारी मांग है। उन्‍होंने उम्‍मीद जताते हुए कहा कि यूपीआईटीएस में इन उत्‍पादों से परिचित होकर भारत एवं दूसरे देशों के लोग भी प्‍लास्टिक से बने उत्‍पादों के स्‍थान पर इन्‍हें अपनाएंगे। उन्‍होंने बताया किबलरामपुर जिले में ही बॉयो प्लास्टिक का इस्तेमाल कर उत्पाद तैयार किए जाते है।

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