फिर खून से लाल हो गया रेलवे फाटक, आम आदमी पार्टी नेता की गोलियों से भूनकर हत्या
Railway gate again turned red with blood, Aam Aadmi Party leader shot dead

Panchayat 24 : देश में एक बार फिर रेलवे फाटक एक हत्याकांड़ का गवाह बना है। हमलावरों ने रेलवे फाटक को अपनी रणनीति का हिस्सा बनाते हुए हत्याकांड़ को अंजाम दिया है। हत्याकांड़ को अंजाम देकर हमलावर मौके से फरार हो गए। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
क्या है पूरा मामला ?
जानकारी के अनुसार पंजबा के तरनतारन जिले के चोहला साहिब का रहने वाला गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी आम आदमी पार्टी के नेता थे। वह बीते शुक्रवार सुबह अपनी कार में सवार होकर सुल्तानपुर लोधी अदालत में एक केस सिलसिलते में तारीख पर जा रहा था। रास्ते में फतेहाबाद रेलवे फाटक बंद था। कोई रेलगाड़ी गुजरने वाली थी। गुरप्रीत सिंह ने कार को सड़क किनारे खड़ा कर लिया। पीछे से एक स्विफ्ट कार वहां पहुंची। कार में निकले हमलावरों ने गुरप्रीत सिंह की कार पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दी। घटना को अंजाम देकर आरोपी मौके से फरार हो गए। हमले में गुरप्रीत सिंह की मौके पर ही मौत हो गई।
हरियाणा में इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष की हत्या भी रेलवे फाटक पर ही हुई
बता दें कि हाल ही में हरियाणा के बहादुरगढ़ में इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी की भी कुछ कार सवार हमलावरों ने उस समय गोलियां बरसाकर हत्या कर दी जब वह एक रेलवे फाटक पर रूककर अपनी कार में रेलगाड़ी के गुजरने का इंतजार कर रहे थे। नफे सिंह एक सामाजिक आयोजन में शामिल होकर लौट रहे थे। इस हत्याकांड में उनके साथ एक समर्थक की भी मौत हुई थी।
दादरी विधायक महेन्द्र सिंह भाटी की हत्या भी रेलवे फाटक पर ही हुई थी
12 सितंबर 1992 में उत्तर प्रदेश के दादरी कस्बे में तत्कालीन विधायक महेन्द्र सिंह भाटी की भी हमलावरों ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी। वह अपनी कार में सवार होकर दादरी से सूरजपुर की ओर जा रहे थे। रास्ते में दिल्ली हावड़ा रेल मार्ग पर रेलवे फाटक बंद था। वह अपनी कार में बैठकर फाटक के खुलने का इंतजार कर रहे थे।