ग्रेटर नोएडा पुलिस ने किया शानदार काम : महज साढ़े तीन घंटे में वैभव को तलाशकर परिजनों को सौंपा
Greater Noida Police did a great job: Vaibhav was found and handed over to his family in just three and a half hours.

Panchayat 24 : ग्रेटर नोएडा पुलिस ने सोमवार को त्वरित कार्रवाई करते हुए वैभव को तलाश कर लिया। पुलिस ने इस पूरी कार्रवाई को महज साढ़े तीन घंटे में आंजाम दिया है। पुलिस ने वैभव को सकुशल उसके परिजनों के हवाले कर दिया। बेटे को पाकर परिजन काफी प्रसन्न हुए। ग्रेटर नोएडा पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई के बारे में सुनकर शहर के लोग पुलिस की भूरि भूरि प्रशंसा कर रहे हैं। मामला सेक्टर बीटा-2 कोतवाली क्षेत्र का है। हालांकि बिलासपुर कस्बे में वैभव की गुमशुदगी और हत्या के मामले में ग्रेटर नोएडा पुलिस की कार्यशैली को लेकर लोगों में काफी आक्रोश भी है।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, सेक्टर बीटा-2 कोतवाली क्षेत्र की एक पॉश सोसायटी में प्रदीप कुमार रहते है। वह एक सीमेंट कम्पनी में नौकरी करते है। उनका नाबालिग बेटा वैभव (17) जेईई की तैयार कर रहा है। पुलिस के अनुसार एक दो दिनों में वैभव का जेईई प्रवेश परीक्षा का परिणाम आने वाला था। वैभव परीक्षा परिणाम को लेकर काफी तनाव में थी। सोमवार सुबह 5:30 बजे अलार्म बजने पर वैभव बिस्तर से उठ गया । लगभग 6 बजे वह टहलने के लिए घर से बाहर निकल गया था। पिता नौकरी के लिए तैयार होकर घर से निकले थे। काफी समय बीत जाने पर भी वैभव घर नहीं लौटा। उसकी मां को चिंता होने लगी। उन्हें लगा कि किसी दोस्त से मिलने चला गया होगा। कुछ समय में लौट आएगा। दोपहर तक वैभव के घर नहीं लौटने पर उन्हें चिंता हुई। उन्होंने दोपहर लगभग 2 बजे पुलिस को वैभव के घर वापस नहीं लौटने की खबर दी। नाबालिग की गुमशुदगी की सूचना पाते ही सेक्टर बीटा-2 पुलिस हरकत में आ गई। कोतवाली प्रभारी मुनेन्द्र सिंह एवं परी चौक चौकी प्रभारी देवेन्द्र राठी पुलिस बल के साथ वैभव की तलाश में जुट गए। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरे की खाक छाननी शुरू कर दी। सीसीटीवी कैमरों की मदद से पुलिस को वैभव के बारे में जानकारी मिलती चली गई। अंत पुलिस ने सेक्टर अल्फा दो के पास स्थित एक निर्माणाधीन इमारत के पास से बरामद कर लिया।
बिलासपुर में पुलिस ने दिखाई होती सक्रियता तो परिजनों के साथ जिंदा होता वैभव
बिलासपुर कस्बे में बीती 30 जनवरी को दुकान से घर लौटते समय अचानक गायब हुए वैभव (17) का 11 फरवरी को घटनास्थल से लगभग 14 किमी दूर नहर में शव मिला था। एनडीआरएफ के कई दिनों के सर्च ऑपरेशन के बाद शव को बरामद किया गया। इस प्रकरण में दनकोर पुलिस से चूक हो गई। पुलिस ने वैभव की गुमशुदगी के प्रति उदासीन रवैया अपनाया जिससे अपराधियों को हत्याकांड़ को अंजाम देने में कामयाबी मिल गई। पीडित परिवार और कस्बे के लोग पुलिस की कार्यशैली की लगातार आलोचना कर रहे हैं। इस प्रकारण में यदि दनकौर पुलिस ने भी सेक्टर बीटा-2 पुलिस की तरह सक्रियता दिखाई होती तो शायद बिलासपुर कस्बे में रहने वाला वैभव भी अपने परिजनों के साथ जिंदा होता।