प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई में 66 वाटर टैंकर और 132 एंटी स्मॉग गन बने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का हथियार, चार मैकेनिकल स्वीपिंग भी सड़क पर सक्रिय
66 water tankers and 132 anti-smog guns became the weapons of Greater Noida Authority in the fight against pollution, four mechanical sweepers are also active on the road

Panchayat 24 : ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने प्रदूषण के खिलाफ जंग तेज कर दी है। प्रदूषण के खिलाफ इस लड़ाई में 66 वाटर टैंकर और 132 एंटी स्मॉग गन प्राधिकरण के अहम हथियार बने है। साथ ही प्राधिकरण ने चार मैकेनिकल स्वीपिंग मशीनों को भी सड़कों पर उतार दिया है। पेड़ों पर जमी धूल को साफ करने के लिए ही 10 वाटर टैंकरों का प्रयोग किया जा रहा है। प्राधिकराण ने प्रदूषण के खिलाफ जारी इस लड़ाई को कमजोर करने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की है। कूडा उठाने में लापरवाही करने और कूडा जलाने के लिए जिम्मेवार वेंडर पर 80 हजार रूपये का जुर्माना लगाया है।
शहर को18 हिस्सों में बांटकर शुरू की प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई
ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई को जीतने के लिए सफाई के लिए पूरे शहर को 18 हिस्सों में विभाजित किया है। प्रत्येक हिस्से में सुपरवाइजर और सेनेटरी निरीक्षकों की तैनाती कर दी गई है। यदि किसी भी हिस्से में गंदगी मिलती है तो तुरन्त ही वेंडर को सूचित कर वहां से कूडे को उठवाने की कार्रवाई को सुनिश्चित करेंगे। सुपरवाइजर और निरीक्षक अपने क्षेत्र में कूडा जलाने की घटनाओं पर भी नजर रखेंगे।
प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार के अनुसार प्रदूषण पर काबू पाने के सभी प्रावधान किए जा रहे हैं। प्राधिकरण का परियोजना विभाग, स्वास्थ्य और उद्यान सहित अन्य संबंधित विभाग इस काम में जुटे हैं। प्राधिकरण के ओएसडी अभिषेक पाठक के अनुसार सड़कों पर पानी के छिड़काव के लिए एसटीपी से शोधित पानी का प्रयोग किया जा रहा है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ आशुतोष द्विवेदी ने शहरवासियों से अपील करते हुए कहा है कि यदि कहीं भी कूड़ा जलता दिखे तो प्राधिकरण के कॉल सेंटर नंबर 0120-2336046/47/48/49 पर सूचना अवश्य दें। इसके साथ ही प्राधिकरण के मित्रा ऐप पर भी इसकी जानकारी दी जा सकती है। उन्होंने निवासियों से ग्रेटर नोएडा को स्वच्छ रखने में सहयोग की अपील की है।