अंतर्राष्ट्रीयअन्य राज्यउत्तर प्रदेशजेवर विधानसभा

यूपी के आम को जेवर से मिलेगी अन्‍तर्राष्‍ट्रीय पहचान, दुनिया के बाजार में बजेगा भारत के आम का डंका

UP's mango will get international recognition from Jewar, India's mango will be famous in the world market

Panchayat 24 : उत्‍तर प्रदेश के आम की विभिन्‍न प्रजाजियों की यूएस और यूरोप के दूसरे देशों में बढ़ती हुई मांग को देखते हुए प्रदेश सरकार आम के निर्यात को बढ़ावा देने पर काम कर रही है। आम के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए यूपी सरकार जेवर के पास रेडिएशन ट्रीटमेंट प्‍लांट बनाएगी। यदि सरकार की यह नीति कारगर साबित हुई तो उत्‍तर प्रदेश आम के निर्यात में नंबर वन बन जाएगा। इसका भारत के आम निर्यात में भी लाभ होगा। बता दें कि अभी भारत आम उत्‍पादक देशों में प्रमुख है लेकिन निर्यात में बहुत पिछड़ा हुआ है। दुनिया में प्रमुख आम निर्यातक देश थाईलैंड, मैक्सिको, ब्राजील, वियतनाम और पाकिस्तान आदि हैं।

क्‍या है रेडिएशन ट्रीटमेंट प्‍लांट ?  

दरअसल, रेडिएशन ट्रीटमेंट तकनीक में निर्यात किए जाने वाले फल, सब्जी,अनाज को रेडिएशन से गुजरा जाता है। इससे उनमें मौजूदा कीटाणु मर जाते हैं और ट्रीटेड उत्पाद की सेल्फ लाइफ भी बढ़ जाती है। बता दें कि विदेशों में, विशेष रूप से यूएस और यूरोप के देशों में यूपी के रंगीन आमों की अच्‍छी खासी मांग है।

उत्‍तर प्रदेश में नहीं है कोई रेडिएशन ट्रीटमेंट प्‍लांट

बता दें कि अभी तक उत्‍तर प्रदेश में यूएस और यूरोप के देशों के निर्यात मानकों को पूरा करने वाला कोई रेडिएशन ट्रीटमेंट प्‍लांट नहीं है। हालांकि मुम्‍बई और बैंगलूरू में ऐसे प्‍लांट हैं। यहां के आम की प्रजातियों की निर्यात में भी सबसे अधिक हिस्‍सेदारी है। यूपी को अपने आम को निर्यात भेजने से पूर्व निर्यात मानकों के अनुसार ट्रीटमेंट के लिए इन दो शहरों में भेजा जाता है। इसमें काफी समय और संसाधन लगता है।  जेवर में पीपीपी मॉडल पर रेडिएशन ट्रीटमेंट प्‍लांट बनाकर प्रदेश सरकार इस कमी को पूरा करना चाहती है।

यूपी के रंगीन आमों की यूरोप और यूएस के बाजारों में

बता दें कि केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान (सीआईएसएच) द्वारा पिछले कुछ वर्षों में रिलीज हुई अरुणिका और अंबिका भी रंगीन हैं। जल्दी रिलीज होने वाली अवध समृद्धि भी रंगीन है। अवध मधुरिमा जो रिलीज होने की पाइप लाइन में है, वह भी रंगीन है। इसके अतिरिक्‍त यूपी के चौसा और लंगड़ा आम की भी अन्‍तर्राष्‍ट्रीय बाजार में अच्‍छी मांग है। जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण तेजी से चल रहा है। ऐसे में यहां रेडिएशन ट्रीटमेंट प्‍लांट बनने के बाद यूपी के आमों की यूएस, यूरोप सहित कई देशों के बाजार में मजबूत पकड़ हो जाएगी। इससे यूपी के आम का निर्यात बढ़ेगा। यह आम उत्‍पादों के लिए लाभकारी होगी।

Related Articles

Back to top button