ग्रेटर नोएडा जोन

अच्‍छे संकेत : किसानों और प्राधिकरण के बीच हुआ सकारात्‍मक संवाद, समाधान की दिशा में बढ़े कदम

Good sign: Positive dialogue between farmers and authority, steps towards solution

Panchayat 24 : पिछले 6 महीनों से अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों की आज ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कार्यालय में अधिकारियों से वार्ता हुई। वार्ता में दोनों पक्षों ने समस्‍या समाधान की दिशा में कदम बढ़ाए। वार्ता का परिणाम सकारात्‍मक रहा। यह एक अच्‍छा संकेत है कि दोनों पक्षों ने एक दूसरे की बातों पर गंभीरता दिखाई। प्राधिकरण अधिकारियों ने वार्ता के दौरान किसानों की मांगों को शीघ्र शासन के सामने उठाने और मजबूती से पैरवी करने की भी कही। वार्ता के दौरान प्राधिकरण की एसीईओ अदिति सिंह, सहित प्राधिकरण के प्रबंधक सुरेन्द्र भाटी, दो वरिष्ठ प्रबंधक सहित किसानों 31 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल शामिल रहा।

पाइप लाइन परियोजना से प्रभावित किसानों के लिए मांगे

किसान नेता सुनील फौजी ने बताया कि गुरूवार को प्राधिकरण की एसीईओ अदिति सिंह के साथ किसानों की वार्ता हुई। किसानों ने गंगाजल पाइपलाइन से प्रभावित सभी किसानों को 64.7 फीसदी अतिरिक्‍त प्रतिकर दिए जाने और 6 प्रतिशत विकसित प्‍लाट दिए जाने की मांग को प्रमुखता से उठाया। किसानों कहा कि प्‍लॉट के लिए शीघ्र अतिशीघ्र भूमि चिन्हित की जाए, पल्‍ला गांव में व्‍यायामशाला, बारातघर और गांव के रास्‍तो को आरसीसी किया जाए। पानी की लाइन से ग्रामीणों को भी कनेक्‍शन दिए जाने की व्‍यवस्‍था की जाए।

डीएमआईसी परियोजना के लिए मांगें

वार्ता के दौरान किसानों ने एसीईओ तथा अन्‍य प्राधिकरण के अधिकारियों के सामने स्‍पष्‍ट तौर पर कहा कि जो किसान डीएमआई से प्रभावित है, उन्‍हें नए भूमि अधिग्रहण कानून के आधार पर मुआवजा दिया जाए। इसके अतिरिक्‍त नए भूमि अधिग्रहण कानून के अनुसार ही किसानों को अन्‍य सहुलियतें जैसे पुनवास एवं विस्‍थापन आदि का लाभ दिया जाए।

किसानों की मांगों की मजबूत पैरवी का भरोसा

प्राधिकरण की एसीईओ तथा अन्‍य अधिकारियों ने वार्ता के दौरान किसानों की मांगों को गौर से सुनने के बाद आश्‍वासन दिया कि प्राधिकरण किसानों की मांगों को मजबूती से शासन के समक्ष प्रस्‍तुत करेगा। किसानों की मांगों की मजबूती से पैरवी भी की जाएगी। सुनील फौजी ने बताया कि गंगाजल पाइपलाइन का काम शुरू करने के लिए प्राधिकरण और किसानों के बीच सहमति बनी है। यदि किसानों की मांगों पर अतिशीघ्र एक साथ काम शुरू किया जाता है तो किसान पाइपलाइन का कोई विरोध नहीं करेंगे।

वार्ता की समीक्षा के लिए रविवार को किसान करेंगे पंचायत

सुनील फौजी ने बताया कि वार्ता काफी सकारात्‍मक माहौल में हुई है। प्राधिकरण अधिकारी यदि अपनी बातों को पूरी करते हैं तो किसान भी दो कदम आगे बढ़कर अपनी आश्‍वासन को पूरा करने की दिशा में बढ़ेंगे। उन्‍होंने बताया कि प्राधिकराण अधिकारियों से हुई वार्ता के बाद किसान संघर्ष समिति पल्‍ला गांव स्थित धरनास्‍थल पर किसान पंचायत कर अन्‍य किसानों का इसके बारे में बताएंगे। इस दौरान प्राधिकरण के आश्‍वासनों की समीक्षा भी की जाएगी।

डीएमआईसी पर किसानों का रूख सख्‍त, फंस सकता है पेंच

किसानों ने चेतावनी दी है कि डीएमआईसी परियोजना से प्रभावित किसानों की मांगों पर भी प्राधिकरण गंभीरता से विचार करें। सभी प्रभावित किसानों और भूमिहीनों को नए भूमि अधिग्रहण कानून के आधार पर सभी लाभ सुनिश्चित किए जाए। अन्‍यथा किसान धरनास्‍थल पर धरना समाप्‍त नहीं करेंगे। उनका धरना पल्ला गांव में जारी रहेगा।

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