प्राधिकरण की टीम आपके दरवाजे पर आकर पूछेगी, क्या आपकी स्ट्रीट लाइट खराब है ?
Authority team will come to your door and ask, is your street light bad? Panchayat24 :
Panchayat24 : ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट की स्ट्रीट लाइटों को लेकर लोगों की काफी शिकायत प्राधिकरण से रहती है। अब इन समस्याओं के निस्तारण के लिए प्राधिकरण ने नई पहल शुरू करने का निर्णय लिया है। स्ट्रीट लाइट की शिकायतों के त्वरित निस्तारण के लिए प्राधिकरण, सूर्या कंपनी और आरडब्ल्यूए व एओए की संयुक्त टीम हर सेक्टर का जायजा लेगी। प्राधिकरण की तरफ से सेक्टरवार शेड्यूल जारी कर दिया गया है। 15 अगस्त तक सभी जगहों की स्ट्रीट लाइटों की शिकायतें दूर करने का लक्ष्य है। प्राधिकरण के सीईओ सुरेन्द्र सिंह का कहना है कि ग्रेटर नोएडा की हर सड़क को रोशन करने के लिए ही एलईडी स्ट्रीट लाइट लगवाई जा रही है। स्ट्रीट लाइट के संबंध में जो भी शिकायतें मिल रहीं हैं उनको शीघ्र दूर करने के निर्देश दे दिए गए हैं। अगर कोई ऐसी रोड है जहां पर स्ट्रीट लाइट बंद रहने से अंधेरा रहता है तो हेल्पलाइन नंबर पर सूचना दे सकते हैं। उसे तत्काल ठीक कराया जाएगा।
क्या है पूरा मामला ?
ग्रेटर नोएडा व ग्रेनो वेस्ट के निवासियों की तरफ से स्ट्रीट लाइटों के न जलने और फ्लगचुएशन की शिकायतें दर्ज कराई जा रही हैं।प्राधिकरण के सीईओ व मेरठ मंडलायुक्त सुरेन्द्र सिंह ने संज्ञान लेते हुए विद्युत अभियांत्रिकी विभाग को आरडब्ल्यूए व अपार्टमेंट ऑनर्स एसोसिएशन व सूर्या कंपनी के प्रतिनिधियों के साथ सेक्टरवार निरीक्षण करने और शिकायतों को तत्काल दूर करने के निर्देश दिए हैं। इस पर अमल करते जीएम प्रोजेक्ट केआर वर्मा व विद्युत अभियांत्रिकी विभाग के डीजीएम सलिल यादव ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण, आरडब्ल्यूए व एओए, नेफोवा व अन्य समितियिों और सूर्या कंपनी की संयुक्त टीम बनाई गई है, जो कि मंगलवार से स्ट्रीट लाइटों का सेक्टरवार जायजा लेगी। प्राधिकरण के विद्युत अभियांत्रिकी विभाग के प्रभारी डीजीएम सलिल यादव ने बताया कि टीम 09 अगस्त से 15 अगस्त तक शाम छह बजे से रात नौ बजे तक तिथिवार सेक्टरों में भ्रमण कर स्ट्रीट लाइटों की समस्या देखेगी।
इस प्रकार होगा निरीक्षण कार्यक्रम
नौ अगस्त को सेक्टर अल्फा वन, अल्फा टू, ईटा वन व बीटा वन का जायजा लेगी। टीम 10 अगस्त को बीटा टू, डेल्टा वन व टू, गामा वन व टू और सेक्टर तीन में स्ट्रीट लाइटों की समस्या देखेगी। 11 अगस्त को सेक्टर 36 व 37, म्यू वन व टू, सेक्टर दो और बहुमंजिला आवासीय इमारतों के मुख्य मार्गों का निरीक्षण करेगी। 12 अगस्त को सिग्मा वन व टू, ओमीक्रॉन वन व टू और सेक्टर एक में स्ट्रीट लाइटों की समस्या को देखेगी और उसे दूर करेगी। 13 अगस्त को टीम सेक्टर ज्यू वन, टू व थ्री और सिग्मा थ्री व फोर में जाएगी। टीम 14 अगस्त को सेक्टर 31, पाई वन व टू और पी थ्री (बिल्डर्स एरिया) की स्ट्रीट लाइट की शिकायतों को दूर करेगी। 15 अगस्त को टीम चाई थ्री, फाई थ्री, चाई फोर व फाई फोर की की स्ट्रीट लाइटों को देखेगी।
हेल्पलाइन नम्बर पर 24 घंटे दर्ज करा सकते हैं शिकायत
सलिल यादव ने बताया कि यह शेड्यूल एक सप्ताह के लिए जारी हुआ है। इसी तरह अगले सप्ताह फिर शेड्यूल जारी होगा। निरीक्षण के दौरान जो भी शिकायतें प्राप्त होंगी, उनको दो दिन में दुरुस्त किया जाएगा और ये शिकायतें दूर हुईं या नहीं, यह जानने के लिए अगले सप्ताह उन जगहों का फिर से निरीक्षण भी किया जाएगा। सलिल यादव ने बताया कि स्ट्रीट लाइट से जुड़ी शिकायतें दर्ज कराने के लिए हेल्पलाइन नंबर (7982300721) भी जारी किया गया है। इस नंबर पर 24 घंटे में किसी भी समय शिकायतें दर्ज कराने की सुविधा है।
47 हजार एलईडी स्ट्रीट लाइटें लगाई गई
प्राधिकरण पूरे ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट में एलईडी स्ट्रीट लाइट लगवा रहा है। सोडियम लाइटों को हटाकर कुल 54 हजार स्ट्रीट लाइटें लगाई जा रहीं हैं। इसका जिम्मा सूर्या कंपनी को मिला हुआ है। कंपनी अब तक 47 हजार स्ट्रीट लाइटें लगा चुकी है। शेष 8000 स्ट्रीट लाइटें भी अक्तूबर से पहले लगा देने का लक्ष्य है। इन स्ट्रीट लाइटों के देखरेख के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के कार्यालय में कंट्रोल रूम बनेगा। हर स्मार्ट एलईडी लाइट के पैनल का एक कोड होगा, जिसके जरिए कंट्रोल रूम को पता चल सकेगा कि कौन सी स्ट्रीट लाइट जल रही है और कौन सी खराब है। खराब स्ट्रीट लाइट को तत्काल ठीक किया जा सकेगा। रात में ट्रैफिक कम होने के बाद स्मार्ट एलईडी लाइट को 70 फीसदी या उससे भी कम कैपेसिटी पर चलाया जा सकेगा। एक-एक स्मार्ट एलईडी लाइट को कंट्रोल रूम से संचालित किया जा सकेगा।
इसके साथ ही अगर कोई स्ट्रीट लाइट से बिजली चोरी करने की कोशिश करेगा तो उसकी सूचना कंट्रोल रूम को मिल जाएगी। वहां की लाइट बंद हो जाएगी। इससे बिजली चोरी पर रोक लगेगी। स्मार्ट एलईडी लाइट्स को ग्रेटर नोएडा के जीआईएस सिस्टम से भी संबद्ध कर दिया जाएगा, जिससे प्राधिकरण को भी पता चलता रहेगा कि कौन सी स्ट्रीट लाइट जल रही है और कौन सी बंद है। स्मार्ट एलईडी लाइट का डैश बोर्ड बनेगा, जिस पर शहर का कोई भी नागरिक स्ट्रीट लाइट का ब्योरा देख सकेगा।