समाप्त होगा इंतजार ? : ग्रेटर नोएडावासियों को जल्द मिलेगा गंगाजल, किसानों के साथ बनी सहमति
Will the wait end ? : Greater Noida residents will soon get Gangajal, agreed with the farmers
Panchayat24 : ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण की अति महत्वकांक्षी गंगाजल परियोजना को लेकर अच्छी खबर है। गंगाजल के लिए इसके बादग्रेटर नोएडावासियों का गंगाजल के लिए इंतजार समाप्त हो जाएगा। यह उम्मीद गुरूवार को प्राधिकरण में हुई किसानों और प्राधिकरण के अधिकारियों के बीच बनी सहमति के बाद बन रही है। एसीईओ ने परियोजना विभाग को किसानों की इन मांगों के अनुरूप विकास कार्यों को शीघ्र शुरू कराने के निर्देश दे दिए हैं। सबकुछ ठीक रहा तो जल्द ही गंगाजल परियोजन से शहरवासियों को जल्द ही पानी की सप्लाई शुरू हो जाएगी। किसानों से वार्ता के दौरान जीएम प्रोजेक्ट एके अरोड़ा, वरिष्ठ प्रबंधक कपिल सिंह भी मौजूद रहे।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, गंगाजल आपूर्ति के लिए प्राधिकरण की 85 क्यूसेक गंगाजल परियोजना पूर्ण होने के अंतिम चरण में हैं। अपर गंगा कैनाल (हापुड़) से 85 क्यूसेक गंगाजल देहरा स्थित प्रारंभिक ट्रीटमेंट प्लांट से होते हुए दिसंबर 2021 में पल्ला के डब्ल्यूटीपी तक पहुंच गया। लेकिन पल्ला गांव में पिछले 6 महीनों से गंगाजल परियोजना से प्रभावित किसान अपनी मांगों को लेकर पल्ला स्थित डब्ल्यूटीपी पर धरने पर बैठे हुए हैं, जिससे निर्माणाधीन गंगाजल परियोजना अटक गई। पल्ला से जैतपुर तक करीब पांच किलोमीटर पाइपलाइन व डब्ल्यूटीपी की कमिश्निंग का काम होना है। इसके पूरा होते ही ग्रेटर नोएडावासियों को गंगाजल मिलने लगेगा।
दोनों पक्षों के बीच हुई सकारात्मक वार्ता
गुरूवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ अदिति सिंह ने किसानों के साथ प्राधिकरण दफ्तर में वार्ता की। किसानों ने एसीईओ के समक्ष अपनी मांगें रखीं, जिनमें पल्ला गांव को दादरी रेलवे स्टेशन से जोड़ने वाले मुख्य मार्ग का निर्माण, सामुदायिक केंद्र का निर्माण और व्यायामशाला का निर्माण कराना शामिल हैं। एसीईओ ने इन मांगों को शीघ्र पूरा कराने का आश्वासन दिया, जिस पर किसानों ने कहा कि इन विकास कार्यों का निर्माण शुरू होते ही गंगाजल परियोजना को भी पूरा होने दिया जाएगा। एसीईओ ने परियोजना विभाग को पल्ला गांव में इन कार्यों को शीघ्र शुरू कराने के निर्देश दिए।
इन मुद्दों पर शासनस्तर पर होगा विचार
एसीईओ अदिति सिंह ने कहा कि किसानों ने 64.7 फीसदी अतिरिक्त मुआवजा, 10 फीसदी आबादी भूखंड, पल्ला गांव के निवासियों को फ्री गंगाजल और स्थानीय युवाओं को रोजगार देने की भी मांग की, जिस पर एसीईओ ने कहा कि ये मांगें नीतिगत फैसले से जुड़ी हैं। इन मांगों पर वरिष्ठ अफसरों व शासन से विचार-विमर्श करके उचित निर्णय लिया जाएगा। एसीईओ ने किसानों से इन सभी मांगों का अलग-अलग प्रार्थना पत्र देने को कहा है।
डीएमआईसी परिजयोना से प्रभावित किसान अटका सकते है रोड़ा
पल्ला गांव स्थित धरनास्थल पर गंगाजल पाइप परियोजना और डीएमआईसी परियोजना से प्रभावित किसान संयुक्त किसान संघर्ष समिति के बेनर तले धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि प्राधिकरण ने प्राथमिकता के आधार पर गंगाजल परियोजना से प्रभावित किसानों से वार्ता कर समाधान का रास्ता निकाला है, लेकिन डीएमआईसी से प्रभावित किसानों की मांगों पर प्राधिकरण ध्यान नहीं दे रहा है। किसान नेता सुनील फौजी ने कहा कि वह किसान और प्राधिकरण के बीच हुई सकारात्मक वार्ता का स्वागत करते हैं, लेकिन जब तक डीएमआईसी प्रभावित किसानों की मांगों नहीं मानी जाती किसान पल्ला स्थित धरनास्थल से नहीं हटेंगे।