न्यू नोएडा शहर को लगने जा रहे हैं पंख, तेजी से शुरू होगा शहर को बसाने का काम, जानिए ऐसा क्या हुआ कि न्यू नोएडा शहर की चर्चा हो गई तेज ?
New Noida city is going to get wings, the work of settling the city will start rapidly, know what happened that the discussion of New Noida city has increased?

Panchayat 24 : नोएडा प्राधिकरण की अति महत्वाकांक्षी परियोजना न्यू नोएडा को पंख लगने वाले हैं। इस परियोजना पर तेजी से काम करने के लिए शासन स्तर से तैयारियां तेज कर दी गई है। आगामी एक से दो सप्ताह में इस दिशा में काम शुरू हो जाएगा। सरकार इस परियोजना को लेकर कितना उत्साहित है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इस परियोजना से संबंधित सभी लंबित मामलों केा जल्द से जल्द स्वीकृत करने लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ न्यू नोएडा को लेकर हैं उत्साहित
बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्मंत्री योगी आदित्यनाथ न्यू नोएडा को लेकर काफी उत्साहित है। इतना ही नहीं सेमी कॉम 2024 के आयोजन में हिस्सा लेने ग्रेटर नोएडा पहुंचने पर उन्होंने अधिकारियों संग की गई विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में न्यू नोएडा शहर को बसाने की विकास रिपोर्ट की जानकारी की। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह से इस बारे में चर्चा की। मुख्य सचिव ने उन्हें न्यू नोएडा शहर की स्टेटस रिपोर्ट के बारे में बताया। उन्हें बताया गया कि फिलहाल न्यू नोएडा का मामला लंबित है इसको जल्द से जल्द क्लियर करके आगे की प्रक्रिया में तेजी लाई जाएगी जिससे शहर बसाने के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो सके। मुख्यमंत्री ने भी मुख्य सचिव को न्यू नोएडा शहर का काम जल्द से जल्द शुरू करने के लिए कहा है। मुख्य सचिव ने अगले दो सप्ताह में इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ने का आश्वासन मुख्यमंत्री को दिया है। नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के सामने विकास कार्यों का प्रजेंटेशन शुरू किया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि किसी भी प्रकार के मामले की फाइल लंबित नहीं रहनी चाहिए। सभी प्रकरणों को समय पर निस्तारित करे। जनता से अधिकारी संवाद बनाकर रखें। शहर की बिजली एवं पानी की समस्याओं को शीघ्र निपटाया जाए।
क्याें बसाया जा रहा है न्यू नोएडा शहर ?
गौतम बुद्ध नगर और पड़ोसी जिला बुलन्दशहर के 80 गांवों की 21 हजार हेक्टेयर जमीन पर न्यू नोएडा शहर बसाने के पीछे कई कारण है। इस परियोजना में गौतम बुद्ध नगर की दादरी तहसील के 20 और बुलन्दशहर जिले की सिकन्द्रबाद तहसील के 80 गांवों की लगभग 21 हजार शामिल होगी। इनमें सबसे प्रमुख कारण नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के पास विकास की परियोजनाओं को लागू करने के लिए जमीन नहीं है। वहां विकास के विस्तार के लिए जमीन शेष नहीं बची है। बता दें कि नोएडा शहर का लगभग 95 प्रतिशत हिस्सा विकसित हो चुका है। केवल नोएडा और ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे के पास स्थित कुछ गिने चुने सेक्टर ही विकसित होने शेष है। इनमें सेक्टरों में इतनी जमीन नहीं है कि नोएडा की विकास परियोजनाओं की जरूरतों को पूरा कर सके। विदित हो कि सीएजी की ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार नोएडा में 46,26,464 वर्ग मीटर जमीन पर अतिक्रमण है। इस जमीन से अतिक्रमण हटाने में नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण असहाय प्रतीत हो रहा है। ऐसे में विकास की गतिविधियों को सुचारू करने के लिए न्यू नोएडा नाम से शहर बसाने की आवश्यकता पड़ी है।
न्यू नोएडा में शामिल होने वाले गौतम बुद्ध नगर जिले के गांव
न्यू नोएडा शहर गौतम बुद्ध नगर के 20 गांवों की जमीन पर बसाया जाएगा। इनमें नई बस्ती उर्फ बैरंगपुर, फजालपुर, चंद्रावल, चीरसी, फूलपुर, रघुनाथपुर, चीती, छायसा, दयानगर, देवटा, खण्डेरा, गिरजापुर, कोट, मिलक खण्डेरा, नंगला चमरू, नंगीा चीती, नंगला नैनसुख, आनन्दपुर, बील अकबरपुर, राजपुर कला ओर राजपुर कला और शाहपुर खंर्द गांव शामिल हैं।
न्यू नोएडा शहर में शामिल होने वाले बुलन्दशहर जिले के गांव
न्यू नोएडा शहर में बुलन्दशहर जिले के 60 गांवों की जमीन को भी शामिल किया गया है। इनमें खेरपुर तिला, लौथर, लुहाकर, महिपा जांगीर, किशनपुर, कोनाडु, नैथला, हसनपु, मोहिद्दीनपुर नंगला, मेहताबनगर, मलहपुर, मसौता, मोरादाबाद, नंगला बडौत, नंगला शेख, अगराई, आशादेवी उर्फ पूरणगढ़, आसफपुर, बडौत, भराना, भटोना, भौखेड़ा, िबरौंदी, फौलादपुर, बिरौंदा, बिस्वाना, बोड़ा, बुटाना, चंदावली, चोला, दीनौल, धरौड़, धमैडा नारा, धीमरी ऐदलपुर, दुल्हेरा फरीदपुर, हृदयपुर, जोखाबाद, जौली, काहीरा, कैथ्रा, कनावाडा, कौराली, नेकमपुर उर्फ बिशनुपर, निजामपुर, पचैता, पीर बियाबानी, राजारामपुर, राजपुर खुर्द, रूपवास पंचगई, सब्दलपुर, सैंथली, सराय घासीसेनवाली, शहपुर कला, सिखेड़ा, सुतारी, तालबपुर उर्फ कनकपुर, गोपालपुर, हसनपुर जागीर, उमरा और लाबबाया गांव शामिल हैं।
नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण की बोर्ड बैठक से पास हो चुका है न्यू नोएडा शहर का मास्टर प्लान
बता दें कि नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण की ओर से न्यू नोएडा शहर को बसाने की दिशा में हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव से पूर्व ही प्रयास शुरू कर दिए थे। प्राधिकरण ने लोकसभा चुनाव की आचार संहिता समाप्त होते ही न्यू नोएडा को शहर को मंजूरी के लिए शासन को भेज दिया था। दरअसल, दिसंबर 2023 में हुई प्राधिकरण की 213वीं बोर्ड बैठक में न्यू नोएडा के मास्टर प्लान 2041 को स्वीकृित प्रदान कर दी थी। शासन के दस्तावेजों में न्यू नोएडा शहर को दादरी नोएडा गाजियाबाद से जोड़ते हुए विशेष निवेश क्षेत्र डीएनजीआईआर का नाम दिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार नोएडा प्राध्किरण के इस प्रस्ताव को राज्यपाल से स्वीकृति मिल चुकी है।
न्यू नोएडा शहर कई मायनों में होगा खास
अधिकारियों की माने तो न्यू नोएडा शहर को विश्व स्तरीय शहर के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां सभी विश्वस्तरीय शहर की सुविधाएं होंगी। जनसुविधाओं के लिए सभी आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जाएगा। हालांकि न्यू नोएडा शहर औद्योगिक विकास की जरूरतों की पूर्ति के लिए बसाया जा रहा है। अत: शहर का लभग 41 प्रतिशत क्षेत्रफल औद्योगिक गतिविधियों के लिए चिन्हित रहेगा। इसके बावजूद यहां पर 11.5 प्रतिशत आवासीय गतिविधियों, 17 प्रतिशत ग्रीनरी,15.5 प्रतिशत क्षेत्रफल रीक्रिएशनल गतिविधियों के लिए, 9 प्रतिशत सड़क के लिए और 4.5 प्रतिशत व्यवसायिक गतिविधियों के लिए आरक्षित किया गया है।
दिल्ली- मुम्बई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर और स्पेशल इकानोमिक जोन (एसईजेड) न्यू नोएडा शहर की अतिरिक्त विशेषताएं होंगी। बता दें कि एसईजेड में इंडस्ट्रियल यूनिट, इंडस्ट्रियल एस्टेट, एग्रो एंड फूड प्रोसेसिंग जोन, आईटी, आईटीएस और बायोटेक जोन, स्किल डवेलपमेंट सेंटर नॉलेज पार्क हब, लॉजिस्टिक और इंटिग्रेटेड टाऊनशिप शामिल होंगी। वहीं, दिल्ली-मुम्बई इंडस्ट्रियी कॉरिडोर को भारत और जापान द्वारा तैयार किया जा रहा है। यह कॉरिडोर सात राज्यों, दिल्ली, उत्तर प्रदेश (पश्चिम उत्तर प्रदेश), हरियाणा (दक्षिण हरियाणा), राजस्थान ( पूर्वी राजस्थान) महाराष्ट्र ( पश्चिमी महराष्ट्र) और मध्य प्रदेश के इंदौर शहर से होकर गुजरेगा
न्यू नोएडा के कर्मचारियों के लिए भी होंगी आवासीय सुविधाएं
न्यू नोएडा शहर को बसाने के पीछे प्राधिकरण और सरकार की मंशा है कि यहां पर किसी भी तरह के काम मे विलंब न हो। यहां स्थित इकाइयों और कार्यालयों में काम करने वाले अधिकारी एवं कर्मचारी समय पर उपस्थित रहे। इस लिए इस नए शहर न्यू नोएडा में कर्मचारियों के लिए आवास की विशेष व्यवस्था रहेगी। अधिकारियों की माने तो न्यू नोएडा शहर की कुल आबादी 6 लाख होगी। आबादी में 3.5 लाख लोग प्रवासी होंगे। इनके लिए ईडब्ल्यूएस, एलआईजी, एमआईजी और एचआईजी श्रेणी की इकायां बनाई जाएंगी। इस शहर में लगभग दो हजार हेक्टेयर में आवासीय गतिविधियां संचालित की जाएगी। इसके अतिरिक्त ययह शह उद्योग के साथ शिक्षा का नया हब बनकर उभरेगा। इसके लिए यहां बड़े पैमाने पर शिक्षण संस्थान खोले जाएंगे।
चरणबद्ध तरीके से पांच चरणों में होगा न्यू नोएडा का विकास
न्यू नोएडा शहर का विकास चरणबद्ध तरीके से पांच चरणों में विकसित होगा। पहले चरण में साल 2024 में 10 प्रतिशत जमीन का अधिग्रहण कर शहर को बसाने की प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा। दूसरे चरण में साल 2028 में लगभग 537 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण कर विकास की योजना को जमीन पर उतारकर आगे बढ़ाया जाएगा। शहर को बसाए जाने का तीसरा चरण साल 2032, चौथा चरण साल 2036 और पांचवां चरण साल 2041 में शुरू होकर साल 2047 में संपन्न होगा।
सड़क, रेल और हवाई मार्ग से जुड़ेगा न्यू नोएडा
न्यू नोएडा को विश्व स्तरीय कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए इसको सड़क, रेल और हवाई मार्ग से जोड़ा जाएगा। शहर को नेशनल हाईवे, दिल्ली-कोलकाता रेल मार्ग और जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जोड़ा जाएगा। शहर में शुद्ध पानी की सप्लाई और ग्रीन एनर्जी के लिए विशेष व्यवस्था न्यू नोएडा के डवेलपमेंट प्लान में की गई है।