Panchayat 24 की खबर पर लगी मुहर : ग्रेटर नोएडा की 130 मीटर सड़क को यीडा की 120 मीटर जोड़नने की तैयारियां शुरू
Panchayat 24's news confirmed: Preparations begin to connect 130 meter road of Greater Noida to 120 meter road of YIDA

Panchayat 24 : ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण 130 मीटर सड़क को यीडा की 120 मीटर सड़क से मिलाने की तैयारी कर रहा है। प्राधिकरण ने लगभग तीन किमी लंबी इस सड़क को बनाने की दिशा में विचार शुरू कर दिया है। इस संबंध में ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण जल्द ही यीडा के अधिकारियों से जल्द ही चर्चा करने का निर्णय लिया है। सोमवार को ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के एसीईओ सुमित यादव ने 130 मीटर सड़क का निरीक्षण किया। इस दौरान परियोजना विभाग की टीम भी साथ थी। 130 मीटर सड़क के 120 मीटर सड़क से जुड़ने के बाद मेरठ, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा वेस्ट, ग्रेटर नोएडा, हापुड़ एवं ईस्टन पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे की ओर से आने वाले वाहनों का जेवर में बन रहे नोएडा अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट तक पहुंचना आसान हो जाएगा।
Panchayat 24 की खबर पर लगी मुहर
दरअसल, Panchayat 24 ने बीती 10 जुलाई को यह खबर प्रकाशित कर दी थी कि ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण ठण्डे बस्ते में पड़ी लगभग आधा दर्जन सड़क परियोजनाओं को पूरा करने की तैयारी में जुटा है। इनमें सिरसा गांव स्थित ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के पास रूकी हुई 130 मीटर सड़क को ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के ऊपर से अथवा अण्डरपास बनाकर नीचे से गुजारकर लगभग तीन किमी हिस्से का निर्माण कर यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र तक जाने वाली सड़क भी शामिल है। यहां से होकर यह सड़क यमुना प्राधिकरण की सड़क से मिल जाएगी जो जेवर स्थित नोएडा अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट तक जाएगी।
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इसके अतिरिक्त Panchayat 24 ने ग्रेटर नोएडा के कैलाश अस्पताल के पश्चिम से गुजरने वाली सड़क को लोहिया खाल नाले के ऊपर से ले जाकर एक्सपो मार्ट के पास से होकर नॉलेज पार्क से जोड़ने वाली सड़क के निर्माण की भी बात लिखी थी। बता दें कि इस सड़क के निर्माण का सर्वे भी प्राधिकरण की टीम कर चुकी है। इसके साथ ही जिन Panchayat 24 ने 105 मीटर सड़क को पल्ला गांव से होते हुए चिटेहरा स्थित पुराने जीटी रोड़ से मिलाए जाने, दादरी बाइपास को तिलपता गांव के पश्चिमी छोर से आगे बढ़ाकर 130 मीटर सड़क से जोड़ना। इस सड़क को सीधा करके जीटी रोड़ से जोड़ने की बात भी लिखी थी। एटीपीसी द्वारा दादरी बाइपास के लिए दी गई अपनी जमीन को वापस मांगे जाने के बाद प्राधिकरण तेजी से इस सड़क के निर्माण पर काम कर रहा है। वहीं, 130 मीटर से होकर सैनी, वेदपुरा, सादोपुर, अच्छेजा होते हुए बादलपुर कोतवाली के सामने से जीटी रोड़ से मिलाने वाली सड़क के निर्माण पर प्राधिकरण द्वारा गंभीरता से विचार किए जाने की बात लिखी थी। बता दें कि प्राधिकरण इन सड़कों के निर्माण पर भी तेजी से काम कर रहा है।
गोलचक्करों को छोटा करके सड़कों को किया जा रहा है चौड़ा
दरअसल, ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकण के सीईओ एनजी रवि कुमार लगातार शहर की सड़कों को चौड़ा करने पर जोर दे रहे हैं। उनका मानना है कि भविष्य में शहर की सड़कों पर बढ़ने वाले ट्रेफिक के दबाव का सामना करने के लिए यह आवश्यक है। शहर में सड़कों के जाल को बिछाने के पीछे भी प्राधिकरण का यही उद्देश है। इस दिशा में प्राधिकरण ग्रेटर नोएडा वेस्ट के चार मूर्ति से सिरसा तक बने हुए 130 मीटर सड़क को आगे बढ़ाकर यीडा की 120 मीटर सड़क से मिलाने पर विचार कर रहा है।
इन सड़कों के निर्माण के बाद मेरठ, नोएडा, गाजियाबाद, ग्रेनो वेस्ट, ग्रेटर नोएडा और ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे की ओर से आने वाले यात्रियों के लिए नोएडा एयरपोर्ट तक पहुंच आसान हो जाएगी। प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार के निर्देश पर सोमवार को एसीईओ सुमित यादव ने वरिष्ठ प्रबंधक नरोत्तम सिंह, प्रभारी वरिष्ठ प्रबंधक प्रभात शंकर और प्रबंधक अभिषेक पाल और टीम के अन्य सदस्यों के साथ निरीक्षण किया। एसीईओ ने 130 मीटर रोड को 120 मीटर रोड से जोड़ने की संभावनाओं पर चर्चा की।
ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे को पार करने के लिए बनाया जाएगा अंडरपास
प्राधिकण के अनुसार सिरसा के पास ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे को पार करने के लिए अंडरपास बनाने पर भी विचार किया जा रहा है। इस बारे में अंतिम निर्णय यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण से बातचीत के बाद लिया जाएगा।
घंघोला के पास बनेगी रोटरी
प्राधिकरण के औद्योगिक सेक्टर ईकोटेक 9, 10 व 11 को जोड़ने के लिए घंघोला के पास रोटरी बनाने पर भी विचार किया जा रहा है। एसीईओ सुमित यादव ने यहां भी मौका मुआयना किया। उन्होंने कहा कि इस संबंध में सिंचाई विभाग और अन्य संबंधित विभागों से बातचीत कर निर्णय लिया जाएगा। प्राधिकरण का मानना है यदि यह रोटरी बनती है तो बुलंदशहर से यहां आना-जाना आसान हो जाएगा। साथ ही औद्योगिक सेक्टरों में आवाजाही आसान हो जाएगी।