यूपी से गांधी परिवार का मोह भंग हो रहा है ? कांग्रेस की पहली सूची में वरिष्ठ पार्टी नेताओं को दिया संदेश
Is Gandhi family getting disillusioned with UP? Message given to senior party leaders in the first list of Congress

Panchayat 24: लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस ने भी आखिरकार अपने उम्मीदवारों के नाम की पहली सूची जारी कर दी है। पहली सूची में कांग्रेस ने 39 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है। पहली सूची में राहुल गांधी के केरल के वायनॉड से चुनाव लड़ने की घोषणा हो चुकी है। कई शशि थरूर तथा छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी पार्टी ने लोकसभा चुनाव के मैदान में उतारा है। पार्टी ेके 39 बड़े नामों में से 15 प्रत्याशी सामान्य वर्ग से हैं। वहीं, एससी एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक वर्ग के 24 नेताओं को उम्मीदवार बनाया गया है।कांग्रेस की लोकसभा चुनाव के प्रत्याशियों की पहली सूची ने कई राजनीतिक संदेश दिए है।
कांग्रेस वरिष्ठ नेताओं पर लगाएगी दांव
कांग्रेस की लोकसभा प्रत्याशियों की पहली सूची से स्पष्ट हो गया है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता इस बार लोकसभा चुनाव में उतारे जाएंगे। वर्तमान राजनीतिक हालातों में कांग्रेस के पास पार्टी के वरिष्ठ एवं अनुभवी नेताओं पर विश्वास करने के अतिरिक्त कोई अन्य विकल्प शेष नहीं बचा है। ऐसे में पार्टी वरिष्ठ नेताओं को चुनाव लड़ाने पर विचार कर रही है। पार्टी के जो नेता राज्यसभा के रास्ते संसद पहुंचे पर विचार कर रहे थे उन्हें इससे बड़ा झटका लगा है। पार्टी ने पहली सूची में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तथा पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल का शामिल है। केसी वेणु गोपाल राज्य सभा के रास्ते संसद पहुंचते रहे थे। पार्टी ने उन्हें भी केरल की अलाप्पुझा लोकसभा सीट से टिकट दिया है। पार्टी ने 50 से 60 साल की उम्र के 8 नेताओं को टिकट दिया है। वहीं 61 से 70 साल के बीच 12 और से अधिक उम्र के सात प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस पार्टी किसी भी वरिष्ठ नेता को सेवानिवृत करने को सेवानिवृत करने का इरादा नहीं दिख रहा है। ऐसे में अशोक गहलोत, भूपेन्द्र सिंह हुड्डा, सचिन पायलट, दिग्विजय सिंह और कमलनाथ सिंह नेता जैसे लोगों को भी पार्टी ने स्पष्ट संदेश दे दिया है कि उन्हें भी लोकसभा चुनाव में उतरकर पार्टी के लिए अपनी उपयोगिता साबित करनी होगी। दरअसल, पार्टी की यह व्यववहारिक सोच हो सकती है। वर्तमान में पार्टी के कई वरिष्ठ एवं अनुभवी नेता पार्टी छोड़कर जा चुके हैं। ऐसे नेताओं ने या तो भाजपा ज्वाइन कर ली है या फिर अपनी नई पार्टी बनाकर नई राजनीतिक पारी शुरू की है।
उत्तर की अपेक्षा दक्षिण पर कांग्रेस को अधिक भरोसा
कांग्रेस पार्टी द्वारा पहली सूची से स्पष्ट हो गया है कि पार्टी उत्तर भारत की अपेक्षा दक्षिण भारत पर अधिक भरोसा कर रही है। पार्टी ने जो सूची जारी की है उसमें छत्तीसगढ़ की छ: सीटों को छोड़ दे तो उत्तर भारत, विशेषकर बड़े राज्यों में उम्मीदवारों के नाम की घोषणा अभी नहीं की गई है। यहां तक कि पार्टी ने राहुल गांधी के लिए कांग्रेस की परंपरागत सीट अमेठी के स्थान पर केरल की वायनॉड सीट से चुनाव लड़ाने की रणनीति बनाई है। जानकारों की माने तो उत्तर प्रदेश में पार्टी के लिए कोई भी सीट सुरक्षित नहीं है। ऐसे में अमेठी सीट इस बार भी राहुल गांधी के लिए सुरक्षित नहीं है। भाजपा ने यहां से स्मृति ईरानी को एक बार फिर पार्टी उम्मीदवार घोषित किया है। वहीं, वायनॉड सीट राहुल गांधी के लिए सुरक्षित मानी जा रही है। इस सीट पर 56 फीसदी मुस्लिम मतदाताओं का होना राहुल गांधी के लिए फायदेमंद साबित होगा। वहीं हिन्दू आबादी में भी यहां राहुल गांधी का अच्छा समर्थन है। ऐसे में सवाल उठता है कि अमेठी लोकसभा सीट से कांग्रेस राहुल गांधी को चुनाव लड़ाती है या फिर इस बार गैर गांधी परिवार का व्यक्ति पार्टी उम्मीदवार होगा। बता दें कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का अधिकांश हिस्सा दक्षिण भारत से होकर ही गुजरा था। राजनीतिक जानकार इसको कांग्रेस की लोकसभा चुनाव 2024 के चुनाव को लेकर रणनीतिक कदम मान रहे थे। बता दें कि कांग्रेस पार्टी इससे पूर्व रायबरेली से पार्टी सांसद एवं वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी को भी लोकसभा चुनाव न लड़ाकर राजस्थान से राज्य सभा के रास्ते संसद भेज चुकी है।
इन सीटों पर कांग्रेस पार्टी ने घोषित किए हैं उम्मीदवार
कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए पहली सूची में नौ राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों की 39 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है। इनमें छत्तीसगढ़, कनार्टका, केरल, सिक्किम, त्रिपुरा, तेलांगना, मेघालय, और नागालैंड का नाम शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ :
डॉ शिवकुमार (जांगीर-चंपा), ज्योत्सना महंत (कोरबा), भूपेश बघेल ( राजनांदगांव), राजेन्द्र साहू (दुर्ग), कवेास उपाध्याय ( रायपुर) और ताम्रध्वज साहू (महासमुंद)
कर्नाटक :
एचआर अलगुर उर्फ राजू (बीजापुर), आनंदस्वामी गद्दादेवरा मठ (हावेरी), गीता शिवराजकुमार (शिमोगा), एम श्रेयस पटेल (हसन), एस पी मुद्दाहनुमेगौड़ा (तुमकुमर), वेंकटरामेगौड़ा उर्फ स्टार चंद्रू (मंड्या) और डी के सुरेश (बैंगलुरू)
केरल :
राहुल गांधी (वायनॉड), राजमोहन उन्नीथन (कासरगोड) के सुधाकरन (कन्नूर) शफी परम्बिल (बडाकारा), एम के राघवन (पलक्कड) राम्या हरिदास (अलाथुर), के मुरलीधरन (त्रिशुर), बेनी बेहनन (चलाकुडी) हिबी ईडन (इडुक्की) केसी वेणुगोपाल ( अलाप्पुझा), कोडिकुन्नियल सुरेश (मावेलिककारा), एंटो एंटीनी (पथानामथट्टिका), अदूर प्रकाश (अतिंगल) और शशि थरूर (तिरूवनंतपुरम)
लक्षद्वीप : मो हमदुल्लाह सईद
मेघालय : विंसंट एच पाला (शिलांग) और सालेंग ए. संगमा (तुरा)
नागालैंड : एस सुपोंगमेरेन जमीर
सिक्किम : गोपाल क्षेत्री
त्रिपुरा : आशीष कुमार
तेलांगना :
सुरेश कुमार शेटकर (जहीराबाद), सधुवीर कुंडुरू (नलगोंडा), चल्ला वामशी चंद रेड्डी )महबुबनगर और बलराम नाइक पोरिका (महबूबाबाद)