
Panchayat 24 : दिल्ली एनसीआर में तेजी से बढ़ती जनसंख्या के लिए घर मुहैया कराने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार नया शहर बसाने जा रही है। इस शहर को पश्चिमी उत्तर प्रदेश की प्रमुख नदी हिन्डन के प्राचीन नाम हरनंदी के नाम पर बसाया जाएगा। हिन्डन नदी के ही प्राचीन नाम पर इस शहर का नाम हरनंदीपुरम रखा जाएगा। इस नए शहर को गाजियाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा बसाया जाएगा। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) की 165वीं बोर्ड बैठक में हरनंदीपुरम शहर को बसाने की योजना को अनुमति मिल गई। बोर्ड बैठक में मेरठ मण्डायुक्त सेल्वा कुमारी भी मौजूद रही।
अनाधिकृत कॉलोनियों के स्थान पर सुनियोजित विकास एवं सुविधाओं से परिपूर्ण होगा हरनंदीपुरम
सहरनंदीपुरम के नाम से बसाए जाने वाले नए शहर के पक्ष में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि शहर में पिछले कुछ सालों में प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में तेजी से अवैध एवं अनाधिकृत कॉलोनियों का विकास होने की शिकायतें मिल रही थी। अनियोजित तरीके से बसने वाली इन कॉलोनियों में सुनियोजित विकास का अभाव होता है। यहां मूलभूत सुविधाओं के अभाव में लोगों का जीवन प्रभावित होता है। सुनियोजित विकास में इन कॉलोनियों को शामिल करने में कई तरह की कानूनी अड़चनें सामने आती हैं।
हिन्डन नदी के पौराणिक पर बसेगा नया शहर
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि हिन्डन नदी सैकड़ों सालों से प्राधिकरण के अधिकार क्षेत्र से होकर बहती रही है। इसको पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ गाजियाबाद और आसपास के क्षेत्रों के लिए जीवनदायनी कहा जाता रहा है। नदी की पौरणिक पहचान को बनाए रखने के लिए नएशहर का नाम हरनंदीपुरम रखा गया है। यह शहर कुल आठ गांवों की 541 हेक्टेयर जमीन पर बसाया जाएगा। यहां आधुनिक शहरों की सभी मूलभूत एवं आधुनिक सुविधाएं लोगों को मुहैया कराई जाएंगी।
गाजियाबाद के आसपास तेजी से बढ़ी आवासीय यूनिटों की मांग
दरअस, गाजियाबाद विकास प्राधिकरण क्षेत्र में आवासीय यूनिटों के बढ़ते चलन से पता चलता है कि छोटे-बड़े आवासीय भूखंडों की काफी मांग है। जानकारी जुटाने पर पता चला कि एनसीआर क्षेत्र में मुख्य रूप से यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र और निजी योजनाओं में ही भूखंड उपलब्ध हैं। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में पिछले एक साल में जिन आवासीय भूखंडों का आवंटन लॉटरी के जरिये हुआ है, उनमें दस गुना से अधिक आवेदन हुए हैं। इससे स्पष्ट होता है कि उत्तर प्रदेश के दिल्ली एनसीआर वाले हिस्से में आवासीय यूनिटों की भारी जरूरत है।
बेहतर कनेक्टिविटी ने गाजियाबाद के आसपास के क्षेत्र बेहतर संभावनाएं
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण में बेहतर कनेक्टिविटी ने इस क्षेत्र में आवासीय यूनिटों की भारी मांग पैदा कर दी है। बेहतर कनेक्टिविटी परिवहन के नजरिए से देखा जाए तो रैपिड रेल नेटवर्क का दिल्ली से होकर गुरुग्राम, दूसरी तरफ मेरठ तक और तीसरा नोएडा, ग्रेटर नोएडा होकर जेवर एयरपोर्ट से हरियाणा तक विस्तार हो रहा है। बेहतर कनेक्टिविटी को ध्यान में रखकर लोग निवास के लिए अपने लिए घर का चयन करेंगे। जीडीए को रेल नेटवर्क के नजदीक आवासीय योजना सफल होने की उम्मीद है। उत्तर दिशा में पाइपलाइन रोड, पूर्व दिशा में नॉर्दन पेरिफेरल रोड, पश्चिम दिशा में हिंडन नदी और दक्षिण दिशा में ग्राम मोरटी से नॉर्दन पेरिफेरल को जोड़ने वाली 45 मीटर सड़क के मध्य हरनंदीपुरम बसाने की योजना है।
इन गांवों कइ जमीन पर बसेगा हरनंदीपुरम
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण हरनंदीपुरम के रूप में नया गयांव 8 गांवों की कुल 541 हेक्टेयर जमीन पर बसाएगा। इसके लिए मथुरापुर, नंगला फिरोज मोहनपुर, शमशेर, चंपतनगर, भनैड़ा खुर्द, शहपुर मोरटा, मोरटा, भोवापुर गांव की कुल 541.65 हेक्टेयर जमीन का चयन किया गया है। हरनंदीपुरम गांव को बसाने के लिए ग्रामीणों से आपसी सहमति के आधार पर जमीन खरीदी जाएगी। बोर्ड ने भूमि दर का निर्धारण करने के लिए एक समिति के गठन की अनुमति दे दी है।