नोएडा जोन

पुलिस कमिश्नर लक्ष्‍मी सिंह ने कर दिया वह काम, जिस समस्‍या पर किसी ने नहीं दिया ध्‍यान, जानिए क्‍या है पूरा मामला ?

Police Commissioner Lakshmi Singh did the work, the problem to which no one paid attention, know what is the whole matter?

Panchayat 24 : दिल्‍ली एनसीआर में सड़कों पर ट्रेफिक एक बड़ी समस्‍या है। गौतम बुद्ध नगर भी इस समस्‍या से अछूता नहीं है। पिछले एक दशक से जिले की सड़कों पर एक ऐसी समस्‍या सामने आई है जिसने न केवल ट्रफिक की समस्‍या पैदा की है, बल्कि हादसों को भी बढ़ाया है। प्रत्‍यक्ष अथवा अप्रत्‍यक्ष रूप से यह समस्‍या दुपहिया वाहनों की चोरी की भी एक अहम वजह बनकर सामने आई है। इसके  बावजूद जिले में किसी भी अधिकारी का इस समस्‍या की ओर ध्‍यान  नहीं दिया। पुलिस कमिश्नर लक्ष्‍मी सिंह ने न केवल इस समस्‍या की गंभीरता को समझा, बल्कि ट्रेफिक पुलिस ने पुलिस कमिश्नर के आदेश पर इस दिशा में पहली बार बड़ी कार्रवाई को भी अंजाम दिया है।

क्‍या है पूरा मामला ?

दरअसल, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्‍ट सहित जिले के दूसरे हिस्‍सों में मॉडिफाइड वाहन अथवा जुगाड़ सड़कों पर बड़ी संख्‍या में गैरकानूनी तरीके से चल रहे हैं। इनका उपयोग अधिकांशत: भार ढोने के लिए किया जा रहा है। सड़कों पर इनकी दिनों दिन बढ़ती संख्‍या के कारण जिले की सड़कों पर ट्रेफिक की समस्‍या में तेजी आई है। जिले के हाईवे तथा व्‍यस्‍तम सड़कों पर भी ये जुगाड़ वाहन तेज गति से बेरोकटोक दौड़ रहे हैं। इससे सड़क हादसों में भी वृद्धि हुई है। चूंकि ऐसे वाहनों की कोई वैधता नहीं होती है। इनका कोई रजिस्‍ट्रेशन एवं वाहन नंबर भी नहीं होता है। ऐसे में कानूनी कार्रवाई से भी आसानी से बच निकलते हैं। पुलिस के आला अधिकारी भी इस बात को स्‍वीका कर चुके हैं कि दिल्‍ली एनसीआर से बड़ी संख्‍या में चोरी होने वाले दोपहिया वाहनों को काटकर इन जुगाड़ अथवा मॉडिफाइड वाहनों में प्रयोग किया जा रहा है। ऐसे मॉडिफाइड वाहन दुपहिया वाहन चोर गिरोहों को वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम देने के लिए प्रोत्‍साहित करते हैं। चोरी के दुपहिया वाहन सस्‍ती दरों पर जुगाड़ बनाने के लिए मुहैया हो जाते हैं। जिससे बड़ी संख्‍या में चोरी के वाहनों का प्रयोग इन जुगाड़ वाहनों में प्रयोग किया जा रहा है। ये वाहन सड़कों पर पुलिस की नजरों के सामने दौड़ रहे हैं। ऐसे वाहन मोटर व्‍हीकल एक्‍ट की श्रेणी में भी नहीं आते हैं। इसके बावजूद पुलिस ने कभी इन पर कार्रवाई करने की ओर ध्‍यान नहीं दिया अथवा प्रयास नहीं किया।

ट्रेफिक पुलिस ने की कार्रवाई 

डीसीपी ट्रेफिक के अनुसार यातायात पुलिस ने  मॉडिफाइड अथवा जुगाड़ वाहनों के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर कार्रवाई की गई। ऐसे वाहन न तो मोटर व्‍हीकल एक्‍ट के अंतर्ग आते हैं। इनके द्वारा यातायात नियमों का भी उल्‍लंघन किया जाता है। इनके कारण जाम एवं दुर्घटना की स्थिति भी बनी रहती है। ऐसे प्रकरण भी संज्ञान में आये है कि चोरी व अन्य अपराधिक गतिविधियों में लिप्त वाहनों को काट कर इनके इंजन मोडिफाईड कर जुगाड वाहनों के रूप में कार्य कर रहे है। ऐसे वाहनों के विरूद्व इटहेडा, किसान चौक, सैक्टर 62, सूरजपुर, रजनीगंधा, झुण्डपुरा, महर्षि आश्रम चौक, कस्बा कासना, कस्बा दादरी एवं कस्बा जेवर स्‍थानों पर कुल 18 टीमे बनाकर लगभग 1845 वाहनों की जांच की गई। कार्रवाई के दौरान कुल 188 जुगाड अथवा मोडिफाईड वाहनों को सीज किया गया। इनमें 53 वाहन नोएडा जोन, 79 वाहन सेंट्रल जोन तथा 56 वाहन ग्रेटर नोएडा जोन में सीज किए गए हैं।

तेल देने वाले पैट्रोल पम्‍प पर होनी चाहिए कार्रवाई

पंचायत 24 मांग करता है कि इस दिशा में ट्रेफिक पुलिस द्वारा की गई सराहनीय कार्रवाई को आगे तक बढ़ाए जाना चाहिए। सप्‍ताह में किसी भी एक दिन ऐसे जुगाड़ वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। वहीं, ऐसे जुगाड़ वाहनों को तेल देने पर पूरी तरह रोक लगनी चाहिए। इसका पालन नहीं करने वाले पैट्रोल पम्‍प पर कार्रवाई होनी चाहिए।

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