एएसडीसी के पार्टनर्स फोरम 2022 में ऑटोमोटिव सेक्टर में करियर, नई तकनीक के साथ भविष्य की संभावनाएं और क्षमताओं पर हुई चर्चा
Career in the automotive sector, future prospects and capabilities with new technology were discussed in ASDC PartnersForum 2022
Panchayat24 : कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) के अधीन कार्यरत एएसडीसी – ऑटोमोटिव स्किल्स डेवलपमेंट काउंसिल द्वारा सफलतापूर्वक पार्टनर्स फोरम -2022 का आयोजन किया। कार्यक्रम में एएसडीसी द्वारा ऑटोमोटिव सेक्टर में करियर, नई तकनीक के साथ भविष्य की संभावनाएं पर चर्चा की गई। नई तकनीक के लिए जरूरी स्किल की जानकारी देने के लिए एक करियर मार्गदर्शन का विमोचन भी किया गया। विशेषज्ञों और जानकारों के द्वारा बताया गया कि रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इलेक्ट्रिक व्हीकल के साथ कैसे नए बिजनेस मॉडल और उसके लिए जरूरी कौशल को कैसे समय के साथ आगे बढ़ाया जाए।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि एमएसडीई के सचिव राजेश अग्रवाल उपस्थित, जबकि विशिष्ट अतिथि के तौर पर राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीवीईटी) के चेयरमैन डॉ. निर्मलजीत सिंह कलसी, नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एनएसडीसी) के चीफ ऑपरेटिंग अधिकारी एवं कार्यकारी सीईओ वेद मणि तिवारी मौजूद थे।
भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग ने गाडि़यों की सुरक्षा को मजबूती प्रदान की है
कार्यक्रम में एएसडीसी के अध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए पार्टनर्स फोरम के उद्देश्य के बारे चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग दुनिया में नई तकनीक और बदलावों को स्वीकार करने में अपना रहा है। यह वक्त की जरूरत भी है। देश में उत्पादन होने वाली गाड़ियों की सुरक्षा को गंभीरता से लेते हुए इसके लिए उच्च तथा नए पैमाने तय किए है। यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान के कारण संभव हो सका है।
गाडि़यों के मिस्त्री नई तकनीकों से दक्ष और प्रमाणिक हो
इस दौरान मुख्य अतिथि मौजूद एमएसडीई के सचिव राजेश अग्रवाल ने सड़क किनारे मैकेनिक्स को सर्टिफाइड करने और नई तकनीक से दक्ष होने पर बल दिया। उन्होंने एएसडीसी द्वारा चलाए जा रहे ग्लोब कम्पीटेंट ट्रेनर के ड्यूअल सर्टिफिकेशन भूरि भूरि प्रसंशा की। उन्होंने कहा कि अब मोटर वाहन क्षेत्र के लिए कौशल ट्रेनिंग देने के लिए एआर-वीआर-आधारित कौशल प्रशिक्षण को बढ़ावा देने की जरूरत है। इससे युवा नई तकनीकों को जल्द सीख सकेंगे। इसमें गलती की भी गुंजाइश बहुत कम है। उन्होंने ऑटोमोबाइल क्षेत्र में करियर बनाने वाले तथा रूचि रखने वाले युवाओं से अपी करते हुए कहा कि वह अपने अन्दर सीखने की ललक पैदा करे। बहु कौशल को आत्मसात करें। उन्होंने कहा कि देश का युवा ही राष्ट्र निर्माण का आधार बनेंगे। इसके लिए युवाओं को उद्योग में जाकर काम को करीब से सीखने, रीस्किलिंग, अपस्किलिंग पर भी ध्यान देना होगा।