ग्रेटर नोएडा जोन

सामुदायिक केन्‍द्रों के साथ मिलकर मनोचिकित्‍सा विभाग की ओपीडी सेवा का विस्‍तार करेगा शारदा अस्‍पताल

Sharda Hospital will expand OPD service of Psychiatric Department in association with community centers

Panchayat24.com : शारदा अस्‍पताल ने जनकल्‍याण की दिशा में बड़ा फैसला किया है। अस्‍पताल जिले के सामुदायिक अस्‍पतालों के साथ मिलकर अपने मनोचिकित्‍सा विभाग की ओपीड़ी सेवा का विस्‍तार करने जा रहा है। इससे बिसरख, जेवर और भंगेल सामुदायिक केन्‍द्रों पर आने वाले मनोरोगियों को लाभ मिलेगा। वहीं शारदा अस्‍प्‍ताल में आने वाले मनोरोगी भी इसका लाभ उठा सकते हैं।

शारदा अस्‍पताल के चेयरमैन पी के गुप्‍ता और शारदा अस्‍प्‍ताल के मनोचिकित्‍सा विभागाध्‍यक्ष डॉ कुणाल कुमार।

दरअसल, शारदा अस्‍पताल जिला चिकित्‍सा विभाग के साथ मिलकर जरूरतमंद लोगों को विभिन्‍न प्रकार के उपचार का लाभ मुहैया कराता रहा है। कोरोना काल के अनुभव के बाद अस्‍पताल ने मनोरोगियों के लिए भी सेवाएं देने का निर्णय किया है। इस कड़ी में अस्‍पताल के मनोचिकित्‍सा विभाग के डॉक्‍टरों की टीम हर बुधवार को जेवर, बिसरख और भंगेल सामुदायिक केन्‍द्रों पर पहुंचकर मनोरोगियों का उपचार करेगी। यदि आवश्‍यकता पड़ी तो रोगियों को मनोरोग विभाग में भर्ती कर उचित उपचार दिया जाएगा। इन सामुदायिक केन्‍द्रो पर अस्‍पताल के मनोचिकित्‍सा विभाग की टीम बुधवार को 9:30 बजे से 12:00 बजे तक सामुदायिक केन्‍द्रों पर उपस्थित रहेगी। टीम में एक मनोचिक्त्सिक और एक मनोरोग सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे।

शारदा अस्पताल के चेयरमैन पीके गुप्ता ने कहा कि आजकल मनोरोग से हर 5 में से दूसरा व्यक्ति ग्रस्त है। कोरोना के बाद लोगो मे मनोरांग तेजी से बढ़ा है। बीमारी का समय पर उपचार होना बहुत आवश्‍यक है अन्‍यथा यह कई अन्‍य रोगों को भी पैदा करता है। लोगों को समय पर उपचार मुहैया कराने के लिए ही अस्‍पताल ने यह कदम उठाया है।

अधिक दवाओं के सेवान से भी मनोरोग की गिरफ्त में आ रहे हैं लोग 

शारदा अस्पताल के मनोरोग विभाग के निदेशक डॉ कुनाल कुमार बताते है कि आजकल लोगों में एंजाइटी, डिप्रेशन, पैनिक अटैक, पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर ,आदि बीमारियां तेजी बढ़ रही हैं। इन दवाओं के निवारण के लिए दवाओं का अत्‍याधिक सेवन करना पड़ रहा हे। ऐसे में रोगी के मनोरोग की गिरफ्त में तेजी से आने की संभावनाएं बढ़ जाती है। अत: इन बीमारियों की दवाओं के सेवन के साथ मनोचिकित्‍सक के संपर्क में भी बने रहना जरूरी हो जाता है।

अन्‍य ग्रामीण और दूर दराज के क्षेत्रों में चिकित्‍सा सुविधाएं मुहैया कराएगा शारदा अस्‍पताल

शारदा अस्‍पताल निकट निकट भविष्‍य में ग्रामीण एवं दूर दराज के क्षेत्रों में भी चिकित्‍सा सुविधाएं मुहैया कराने पर विचार कर रहा है। इन क्षेत्रों में स्थित सामु‍दायिक केन्‍द्रों पर आने वाले मरीजों के लिए मनोचिकित्‍सा के साथ विभिन्‍न प्रकार के इलाज के लिए डॉक्‍टरों की टीम भेजी जाएगी। इसके लिए अस्‍पताल डॉक्‍टरों की संख्‍या बढ़ा सकता है। अस्‍पताल ऐसे निजी अस्‍पतालों से भी बातचीत कर रहा है जहां चिकित्‍सकों का अभाव है। यदि अस्‍पताल संचालक सहमत होते है तो इन अस्‍पतालों में विशेष कैम्‍प लगाकर मरीजों के उपचार किए जाने पर भी अस्‍पताल विचार कर रहा है।  यहां पर अस्‍पताल के डॉक्‍टरों की टीम मरीजों का उपचार करेगी। आवश्‍यकता होने पर इन्‍हें शारदा अस्‍प्‍ताल में भर्ती किया जाएगा। यहां पर इनका ऑपरेशन तक निशुल्‍क किया जाएगा। बता दें कि वर्तमान में शारदा अस्‍प्‍ताल अपने 12 सौ बेड़ों में से 5 सौ बेड़ों पर निशुल्‍क उपचार किया जा रहा है। आवश्‍यकता पड़ने पर असाध्‍य रोगों में मरीजों का निशुल्‍क ऑपरेशन भी किया जाता है।

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