ग्रेटर नोएडा की परियोजना का पीएमओ हुआ मुरीद, पीएमओ के उप सचिव ने जमकर की सराहना
PMO is impressed with Greater Noida project, Deputy Secretary of PMO praises it profusely

Panchayat 24 : ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण की विकासोन्मुख परियोजनाएं देश विदेश के लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। प्राधिकरण की एक परियोजना का पीएमओ भी मुरीद हो गया है। पीएमओ के उपसचिव मंगेश घिडियाल ने इस परियोजना की जमकर तारीफ की है। उन्होंने शनिवार को ग्रेटर नोएडा पहुंचकर इस परियोजना का भ्रमण किया था।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, पीएमओ के उपसचिव मंगेश घिडियाल ने आईआईटीजीएनएल की इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाऊनशिप का दौरा किया था। वहां उन्होंने प्लग एंड प्ले सिस्टम और ऑटेमेटेड वेस्ट प्लांट का भ्रमण किया था। भ्रमण के दौरान उन्होंने स्मार्ट टाऊनशिप की जमकर सराहना की। उन्होंने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पहुंचे और इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप, मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब और मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब परियोजनाओं पर प्रस्तुतिकरण को देखा।
प्रस्तुतिकरण में बताया गया कि इस टाउनशिप में कूड़े के निस्तारण पूरी तरह से ऑटोमेटेड है। पाइप के जरिए कूड़ा प्लांट तक पहुंचेगा और प्रोसेस होकर कंपोस्ट में तब्दील हो जाएगा। वेस्ट के लिए हर प्लॉट प्वाइंट दिए गए हैं। 24 घंटे पानी की भरपूर व्यवस्था भी यहां की गई है। प्लग एंड प्ले के आधार पर बनी इस टाउनशिप में उद्यमी तत्काल प्लांट लगाकर काम शुरू कर सकता है।
उप सचिव ने एनआईसीडीआईटी (नेशनल इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डेवलपमेंट एंड इंप्लीमेंटेशन ट्रस्ट) के अधिकारियों को मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब और मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब परियोजना के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। आईआईटीजएनएल की तरफ से इंडस्ट्री विभाग की प्रभारी प्रीति शर्मा ने प्रस्तुतिकरण दिया।
दिल्ली मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के अंतर्गत आईआईटीजीएनएल की तरफ से इंटीग्रेटेड टाउनशिप करीब 750 एकड़ में इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप बसाई गई है। यहां लगभग 20 कंपनियां निवेश कर रही हैं। इस टाउनशिप में वर्क टू साइकिल, 24 घंटे बिजली, एलईडी लाइट जैसी सुविधाएं मौजूद रहेंगी। यह टाउनशिप सीसीटीवी से लैस होगी।
क्या है मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब व लाजिस्टिक हब ?
दरअसल, बोड़ाकी के पास मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब और मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब परियोजना करीब 478 हेक्टेयर जमीन पर विकसित की जा रही है। मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब के अंतर्गत रेलवे, बस अड्डा व मेट्रो कनेक्टिविटी विकसित की जाएगी। बोड़ाकी के पास ही रेलवे टर्मिनल बनाया जाएगा। यहां से पूरब की ओर जाने वाली अधिकतर ट्रेनें चलेंगी। इससे दिल्ली, नई दिल्ली और आनंद विहार टर्मिनल पर ट्रेनों का दबाव कम होगा। ट्रांसपोर्ट हब में ही अंतर्राज्यीय बस अड्डा भी बनेगा।
वर्तमान नोएडा-ग्रेनो मेट्रो रूट का विस्तार मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब तक होना है। ट्रांसपोर्ट हब से लोकल बसें भी चलाई जाएंगी। वहीं लॉजिस्टिक हब से उद्योगों के लिए माल ढुलाई की राह आसान हो जाएगी। नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण के उद्योगों की जरूरत को देखते हुए यह परियोजना बेहद अहम है। मुंबई, गुजरात आदि जगहों पर जाने में चार से पांच दिन लगता है, इसके शुरू होने के बाद माल डेढ़ दिन में पहुंच सकेगा। लॉजिस्टिक हब में वेयर हाउस भी बनेंगे। इन दोनों परियोजनाओं को अगले तीन साल में विकसित करने का लक्ष्य है।