ग्रेटर नोएडा जोन

जिम्‍स में उपचार के दौरान नाबालिग की मौत, चिकित्‍सकों पर लगाया लापरवाही एवं फैसले के लिए दबाव बनाने का आरोप

Minor dies during treatment at JIMS, doctors accused of negligence and pressurizing for decision

Panchayat 24 : ग्रेटर नोएडा स्थित जिम्‍स अस्‍प्‍ताल में उपचार के दौरान एक नाबालिग की मौत हो गई। पीडित परिजनों का आरोप है कि चिकित्‍सकों ने उपचार में लापरवाही बरती जिसके कारण बच्‍चे की मौत हुई है। वहीं, परिजनों का कहना है कि बच्‍चे की मौत के बाद अस्‍पताल का स्‍टॉफ एवं चिकित्‍सक उनके ऊपर मामले को दबाने एवं फैसले के लिए दबाव बना रहे हैं। पीडित पजिनों ने पुलिस को मामले की सूचना दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्‍जे में लेकर पोस्‍टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस मामले में वैधानिक कार्रवाई कर रही है। मामला कासना कोतवाली क्षेत्र का है।

क्‍या है पूरा मामला ?

जानकरी के अनुसार गाजियाबाद के इंदिरापुरम कोतवाली क्षेत्र के मकनपुर गांव निवासी सोनू यादव के 13 साल के बेटे अभिमान पेट में दर्द की शिकायत रहती थी। उसको उपचार के लिए परिजनों ने कासना स्थित जिम्‍स में बीते 3 जुलाई को भर्ती करया। स्‍वास्‍थ्‍य परीक्षण के बाद चिकित्‍सकों ने परिजनों को बताया कि बच्‍चे अपेंडिक्‍स का दर्द है। उसका ऑपरेशन करना होगा। परिजनों के अनुसार 5 जून सुबह लगभग 9:30 बजे अभिमान को ऑपरेशन के लिए ऑपरेशन थिएटर में ले जाया गया। कई घंटे बीत जाने के बाद चिकित्‍सकों ने ऑपरेशन के बारे में कोई जानकारी नहीं दी।

परिजनों का आरोप-पूछने पर बताया गया कि ऑपरेशन के दौरान बच्‍चे को बहुत अधिक ब्‍लीडिंग हो रही है

पीडित परिजनों का आरोप है कि जब उन्‍होंने चिकित्‍सकों से ऑपरेशन के बारे में पूछा तो बताया गया कि ऑपरेशन के दौरान कोई गलत नस कट गई है। जिसके कारण बहुत अधिक ब्‍लीडिंग हो रही है। बच्‍चे को खून चढ़ाना होगा। ब्‍लड की व्‍यवस्‍था करने के लिए पीडित परिजनों ने अपने रिश्‍तेदारों एवं परिचितों को सूचना दी। तभी उन्‍हें बताया गया कि ब्‍लड की व्‍यवस्‍था हो गई है। बच्‍चे को ब्‍लड चढ़ाया जा रहा है। परिजनों का कहना है कि खून चढ़ाने के बाद भी चिकित्‍सक यह नहीं जान सके कि कौन-सी नस कटी है। इसी बीच उन्‍हें लगभग 3:30 बजे बताया गया कि बच्‍चे की मौत हो गई है।

112 पर कॉल कर दी पुलिस को सूचना

पीडित पिता के अनुसार चिकित्‍सक मामले को दबाने का प्रयास कर रहे थे। उन्‍होंने 112 पर कॉल करके पुलिस को मामले की सूचना दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंच पुलिस ने शव को कब्‍जे में लेकर पोस्‍टमार्टम के लिए भेज दिया है। पीडित पिता का कहना है कि उनके बेटे की मौत चिकित्‍सकों की लापरवाही से हुई है। अत: हत्‍या का मामला दर्ज कर आरोपी चिकित्‍सकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

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