हिमाचल प्रदेश की विधानसभा के गेट पर लगाए खालिस्तानी झण्ड़े, दीवारों पर लिखे नारे
Khalistani flags on the gate of Himachal Pradesh assembly, slogans written on the walls
Panchayat 24 : हिमाचल प्रदेश की धर्मशाला के तपोवन स्थित विधानसभा सिद्धबाड़ी के मुख्य प्रवेश द्वार पर रविवार सुबह किसी अज्ञात ने खालिस्तान के झंडे लगा दिए। इन झंडों को विधानसभा की दीवार और मेन गेट के साथ बंधा हुआ पाया गया। स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना प्रशासन को दी जिसके बाद हड़कम्प मच गया। बताते दे कि खालिस्तानी समर्थक अलगावादी संगठन सिख फॉर जस्टिस के प्रमुख गुरूपतवंत सिंह पन्नु ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर धमकी दी थी। पत्र में लिखा था कि वह कि वह शिमला में जरनैल सिंह भिंडरावाले और खालिस्तान का झंडा फहराएगा। मौके पर पहुंची पुलिस ने तुरन्त विधानसभा के द्वार एवं दीवारों से खालिस्तानी झण्ड़े हटवाए।
दरअसल, हिमाचल प्रदेश में भिंडरावाले और खालिस्तान समर्थित झंडों पर बैन की वजह से पन्नू भड़का हुआ है। सिख फॉर जस्टिस ने 29 मार्च को ही खालिस्तानी झंडा फहराने की धमकी दी थी । कांगड़ा एसपी कुशल शर्मा ने इस मामले पर कहा कि यह घटना देर रात या फिर बहुत तड़के की है। पुलिस ने ससूचना मिलते ही विधानसभा द्वार से खालिस्तानी झंडे हटवा दिए हैं। पुलिस का मानना है कि यह किसी पंजाब से आए यात्री की हरकत हो सकती है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश पंजाब का पड़ोसी राज्य है। पंजाब से सटे कई हिमाचल के कई जिलों में पंजाब की घटनाओं का प्रभाव पड़ता है। काफी हद तक इन क्षेत्रों की संस्कृति भी मिलती झुलती है। ऐसे में खालिस्तानी एवं अलगावादी संगठन हिमाचल में समय समय पर अपनी सक्रियता बढ़ाने का प्रयास करते है। लेकिन पिछले दिनों पंजाब एवं हरियाणा में खालिस्तानी समर्थक संगठनों के आतंकवादी मॉडयूल पकड़े जानने के बाद हिमाचल प्रदेश की खुफिया एजेंसियांं अतिरिक्त सतर्कता बरत रही हैंं। बता दें कि हाल ही में करनाल में बब्बर खालसा के चार संदिग्ध आतंकी पकड़े गए थे। उनके पास से हथियारों का जखीरा जब्त हुआ था।
घटना चिंता का विषय : हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री
इस घटना के बाद हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने स्वीकर किया है कि हिमाचल प्रदेश के पड़ोसी राज्यों में आतंकी मॉडयूल का सक्रिय होना चिंता का विष है। जिस तरह से जम्मु कश्मीर के बाद पंजाब और हरियाणा में आतंकी मॉडयूल पकड़े जा रहे है। ऐसे में हिमाचल प्रदेश को को भी सतर्कता बरतने की जरूरत है। साथ ही जयराम ठाकुर ने प्रदेश की जनता को आश्वस्त करते हुए कहा कि विधानसभा के द्वार पर रात के अंधेरे में लगाए गए खालिस्तानी झण्ड़े कायरतापूर्ण हैं। मैं इस घटना की निंदा करता हूंं। इस तरह की किसी भी घटना को बरर्दश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने इस घटना को अंजाम देने वाले अंजान लोगों को चुनौती देते हुए कहा कि मैं उन लोगों से कहना चाहूंगा कि यदि हिम्मत है तो रात के अंधेरे में नहीं दिन के उजाले में सामने आए।
धर्मशाला विधानसभा में केवल शीतकालीन सत्र ही होता है
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि इस विधानसभा में केवल शीतकालीन सत्र होता है। इस लिए यहां पर बहुत अधिक सुरक्षा व्यवस्था की आवश्यकता नहीं पड़ती है। इसके बावजूद प्रदेश में इस तरह की किसी भी घटना को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस घटना की त्वरित जांच कराकर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवई की जाएगी।
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