भारत शिक्षा एक्सपो 2024 : छात्रों ने कहीं महिला सुरक्षा तो कहीं किसानों की समस्याओं के लिए पेश किए समाधान
India Education Expo 2024: Students presented solutions for women safety and farmers' problems

Panchayat 24 : ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो सेंटर एण्ड मार्ट में सोमवार को भारत शिक्षा एक्सपो का शुभारंभ हो गया। कार्यक्रम की शुरूआत उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेश उपाध्याय ने की। इस मौके पर उन्होंने उच्च शिक्षा नीति 2024 को भी पेश किया। उन्होंने ग्रेटर नोएडा को तेजी से एजुकेश हब के रूप में उभरने पर भारत की प्राचीन शिक्षा केन्द्र रहे तक्षशिला और नालंदा की संज्ञा दी। भारत शिक्षा एक्सपो के पहले दिन छात्रों ने हैकाथॉन, स्टॉर्टाथॉन, आईडिया थॉन, थ्री प्रिंटिंग आदि में कई तरह के क्रिएटिव आईडिया पेश किए। इस दौरान छात्रों ने कहीं महिला सुरक्षा तो कहीं किसानों की विभिन्न समस्याओं के प्रति समाधान पेश किए।
छात्राओं और महिलाओं की सुरक्षा के लिए बनाया एप और वेबसाइट
मेरठ इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनिरिंग एंड टेक्नोलाजी के आईटी डिपार्टमेंट में तीसरे ईयर की पढ़ाई कर रहे चार छात्रों ने मिलाकर छात्रों और कामकाजी महिलाओं के लिए सुरक्षा एप हैकाथान में बनाया है। ये महिला सुरक्षा एप तकनीकी पर आधारित हैं। छात्र युवराज शर्मा और अक्षित जैन ने बताया कि भारत शिक्षा एक्सपो में हमारी टीम सेफ कोडर के नाम से हिस्सा ले रही है। हमने यहां महिला सुरक्षा एप और वेबसाइट तैयार किया है। इस एप पर कोई भी महिला कम से कम दो और ज्यादा से ज्यादा पांच अपने परिचित के नंबरों को रजिस्टर्ड कर सकते है। छात्रा रिया बंसल और श्रृष्टि गोयल ने बताया कि अगर कोई भी लड़की और महिला किसी जगह पर अपने असुरक्षित महसूस कर रही है या उसके साथ छेडछाड़ हो रही है अथवा खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं तो उनके लिए यह एप काफी मददगार साबित होगा। ऐसी स्थिति में वह एप बटन दबाएंगी और यह सेफ संदेश एप पर रजिस्टर्ड नंबरों पर पहुंच जाएगा। इसके साथ ही एप का प्रयोग करने वाले व्यक्ति की लाइव लोकेशन और करंट लुकेशन भी रजिस्टर्ड नंबरों पर आती रहती है। महिलाओं के साथ हुए वार्तालाप की ऑडियो और वीडियो भी इन नंबरों पर पहुंच जाएगी। इस एप को बनाने वाले छात्रों ने बताया कि हमारा प्रोजेक्ट दूरदराज एवं पहाडी क्षेत्रों की महिलाओं के लिए काफी मददगार साबित होगा। उन्होंने बताया कि इन क्षेत्रों नेटवर्क नहीं होने के काराण मोबाइल काम नहीं कर पाते हैं। इन क्षेत्रों में यह एप सेटेलाइट की मदद से काम करेगा।
किसान की फसल से जुड़ी हर जानकारी देगा एप
ग्रेटर नोएडा स्थित गलगोटिया कॉलेज की छात्रा वैदांशी, अनमिका ने मिलाकर किसानों खेती संबंधी समस्या के समाधान के लिए एक एप तैयार किया है। इस एप को फार्मासिस्ट नाम दिया गया है। छात्राओं ने बताया कि इस एप के माध्यम से किसान खेती से जुड़ी हर जानकारी मिल सकेगी। अगर फसल में कीड़े लग रहे है, तो वे अपनी कीड़े लगी फसल के फोटो एप पर अपलोड करेगा। जिसके बाद तत्काल एप अलर्ट करके दवाई छिडकने व बचाव के लिए बताएगी। साथ ही किस जगह पर उत्पादन के बाद फसल का दाम अधिक मिला है। उस जगह पर एप के माध्यम से ही उत्पादन का ऑनलाइन ही रेट लगवा देगी।
सेंसर वाला फायर फाइटर रोबोट बनाया
वहीं, भारत शिक्षा एक्सपो में आईआईएमटी कॉलेज में बीसीए की पढ़ाई कर रोहन चंद्र और ऋतिक कुमार ने फायर फाइटर रोबोट का एक प्रोटोटाइप प्रदर्शित किया। उन्होंने बताया कि कई बार घरों और मार्केट में शार्ट सर्किट, दीपक और अन्य चीजों से आ लग जाती है। ऐसे में दमकल की गाड़ी आने में काफी समय लगता है। जिसकी वजह से अधिक नुक्सान होता है। इस फायर रोबोट में एक टैंक दे रखा है और मोटर लगा रखी है। एप पर एक बार कमांड देने वाली जगह सेंसर की मदद से जाकर काम शुरू कर देगा। जिससे दमकल की गाड़ी आने तक आग पर काबू पाया जा सकेगा।
एग्री इनोवेटर्स ने पेश किया फसल की सिंचाई की पूर्ति की आधुनिक तरीका
ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा विवि के बीटेक तृतीय वर्ष के छात्रों ने किसानों की फसलों की सिंचाई से संबंधित समाधान भारत शिक्षा एक्सपो में पेश किया। यह एप सेंसर की मदद से किसानों को यह जानकारी देगा कि उनकी फसल को कब और कितनी सिंचाई की आवश्यकता है। यदि किसान की फसल में अधिक पानी भर जाता है तो उसके लिए भी एप को विकसित किया जा रहा है। एप को बनाने वाले छात्रों का कहना है कि फसल में अधिक पानी भरने की स्थिति में भूमि के नीचे यंत्र लगाकर अतिरिक्त पानी को वाष्पिकृत किया जा सकेगा। छात्रों ने बताया कि यदि जमीन समतल है तो एक एकड़ में दो से पांच सेंसर लगाए जा सकते हैं। हीलियम नेटवर्क की मदद से इन सेंसरों को सैकड़ों किमी दूर बैठकर डाटा एकत्रित किया जा सकेगा। इस एप को बनाने वाली टीम में जय वर्मा, आशीष विवेक, हरगलन सिंह, निशा गोयल शामिल है।
प्रतिदिन पांच सौ छात्र अपने आईडिया को पेश करने के लिए कराएंगे रजिस्ट्रेशन
मेरठ इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनिरिंग एंड टेक्नोलाजी में इन्क्यूबेशन सेंटर फोरम के सीईओ रेहान अहमद ने बताया कि आज के दौर में पढ़ाई के साथ ही तकनीकी पर बच्चे अधिक जोर दे रहे है। अक्सर देखा जा रहा है कि छात्र कुछ यूनिक चीज कर रहे है,लेकिन इन्हें आगे कैसे लेकर जाए। इसके बारे में उनको जानकारी नहीं है। ऐसे में उन्हें उचित प्लेटफ़ार्म व फंडिंग नहीं मिल पाती है। उन्होंने बताया कि भारत शिक्षा एक्सपो के माध्यम से हम लोग ऐसे बच्चों की मदद कर रहे है। पहले दिन हैकाथान में पांच सौ छात्र एवं छात्राओं ने अपने इनोवेटिव आईडिया को सामने रखने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया। जबकि,आइडिया थॉन एक हजार बच्चे अपने आइडिया को लेकर आए। हमारी टीम उनके हुनर को देखते हुए किस तरफ स्टार्टअप को तैयार इन्क्यूबेशन सेंटर लेना है और फंडिंग सरकार से कैसे करनी है।