जिला प्रशासन

बाढ़ की स्थिति में डूब क्षेत्र में अवैध निर्माण से होने वाली क्षति की भरपाई अवैध निर्माणकर्ताओं से की जाएगी : जिला प्रशासन

In case of flood, the damage caused by illegal construction in the submerged area will be compensated by the illegal builders: District Administration.

Panchayat 24 : जिला प्रशासन बारिस के मौसम में यमुना और हिन्‍डन नदियों के डूब क्षेत्र में आने वाली बाढ़ की स्थिति में बचाव के प्रयास शुरू कर दिए हैं। जिला प्रशासन ने स्‍पष्‍ट कर दिया है कि डूब क्षेत्र में बड़ी संख्‍या में अवैध निर्माण किया गया है। ऐसी स्थिति में  अवैध निर्माण के कारण बाढ़ से होने वाली क्षति की कोई प्रतिपूर्ति शासन द्वारा नही की जायेगी। बाढ सुरक्षा कार्य नहीं कराये जायेंगे। साथ ही अवैध निर्माण से होने वाली क्षति की वसूली अवैध निर्माणकारियों से की जायेगी। जिला प्रशासन ने डूब क्षेत्र से सभी प्रकार के अवैध निर्माण को हटाने की अपील करते हुए कहा है कि अवैध निर्माणों को तत्काल हटा लिया जाए अथवा तोड दिया जाए। साथ ही अन्य कोई नया निर्माण न किया जाए। अन्यथा इन अवैध निर्माणों के विरूद्ध किसी भी प्रकार की कार्यवाही एवं अप्रत्याशित जन-धन की हानि के लिये निर्माणकर्ता स्वयं उत्तरदायी होंगे। सिंचाई विभाग तथा प्रशासन उत्तरदायी नहीं होगा।

जिलाधिकारी मुनीष कुमार वर्मा के अनुसार डूब क्षेत्र में स्थित भूमि में निर्मित एवं निर्माणाधीन भवन स्कूल, फार्म हाउस, क्रेशर प्लांट, हार्ट मिक्स प्लांट, कंक्रीट, रेडी मिक्स प्लांट एवं बदरपुर सैंड की धुलाई की होदियां आदि अवैध निर्माण स्थित है। जिला प्रशासन का कहना है कि बाढ के कारण इन अवैध निर्माणों के क्षतिग्रस्त होने से भारी जन-धन की हानि हो सकती है। यह निर्माण और आवासीय बस्ती अवैध होने के कारण बाढ के समय सिंचाई विभाग, जिला प्रशासन एवं शासन द्वारा सुरक्षा प्रदान किया जाना सम्भव नही हो सकेगा।

डूब क्षेत्र में आने वाला गाजियाबाद जिले का क्षेत्र

अधिशासी अभियंता, सिंचाई निर्माण खंड गाजियाबाद ने सर्वसाधारण को जानकारी देते हुए बताया कि जिला गाजियाबाद में हिण्डन नदी के बायें किनारे पर निर्मित एवं इस खण्ड के नियंत्रणाधीन नन्दग्राम तटवर्ती बंध के निकट ग्राम घूकना, सिहानी, सद्दीकनगर, नूरनगर में तटबंध एवं नदी के मध्य की भूमि तथा मोरटी, करहैडा, मेवला अगरी, असालतपुर, अटौर, भनैडा, नगला फिरोजमोहनपुर एवं शमशेर दायें किनारे पर निर्मित हिण्डन तटवर्ती बंध के निकट ग्राम-अर्थला एवं महीउद्दीनपुर कनावनी की भूमि हिण्डन नदी के डूब क्षेत्र की परिधि में आती है।

डूब क्षेत्र में आने वाला गौतम बुद्ध नगर जिले का क्षेत्र

जिला गौतमबुद्धगनर में इस खण्ड के नियंत्रणाधीन हिण्डन तटवर्ती एवं रिंग बंध के निकट हिण्डन नदी के डूब क्षेत्र में ग्राम-छजारसी, चोटपुर, यूसूफपुर चकशाहबेरी, बहलोलपुर, गढीचौखंडी, हैबतपुर, परथला खंजरपुर, सौरखा जाहिदाबाद, ककराला, अलावर्दीपुर, जलपुरा, हल्दोनी, कुलेसरा एवं हिण्डन यमुना दोआब बंध के निकट ग्राम-इलाहावास, कुलेसरा, सुथियाना, शहदरा, लखनावली, बेगमपुर, मुबारकपुर, गुर्जरपुर, झटटा, बादौली बांगर, तुगलपुर, कोंडली बांगर, शफीपुर, चूहडपुर एवं मोमनाथल तक हिण्डन नदी के डूब क्षेत्र की परिधि के अन्तर्गत आते है। इसी बंध पर युमना नदी किनारे ग्राम-मोतीपुर, तिलवाडा, मोमनाथल, गढी समस्तीपुर, बादौली खादर, कोंडली खादर, कामबक्शपुर, दोस्तपुर मंगरौली, छपरौली एवं असदुल्लापुर (हरियाणा की तरफ) ओरंगाबाद, गुलावली, दलेलपुर, याकूतपुर की भूमि डूब क्षेत्र की परिधि में आती है।

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