ग्रेटर नोएडा जोन

निर्माण कार्य में भूजल का प्रयोग करने पर लगेगा जुर्माना, प्राधिकरण बेचेगा 7 रूपये में 1 हजार लीटर शोधित पानी

Fines will be imposed for using groundwater in construction work, the authority will sell 1 thousand liters of purified water for 7 rupees

Panchayat24 : तेजी से गिर रहे भूजल के स्‍तर को रोकने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने निर्माण कार्य में भूजल के प्रयोग पर रोक लगा दी है। निर्माण कार्य में केवल एसटीपी से शोधित जल का ही प्रयोग किया जा सकेगा। यह जल कतई भी महंगा नहीं होगा। प्राधिकण द्वारा इस जल को मात्र 7 रूपये में 1000 लीटर की दर पर उपलब्‍ध कराया जाएगा। प्राधिकरण के सीईओ और मेरठ मण्‍डलायुक्‍त सुरेन्‍द्र सिंह ने कहा यदि कोई भी व्‍यक्ति निर्माण कार्य में भूजल का प्रयोग करता है तो उस पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा।

क्‍या है पूरा मामला ?

दरअसल, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने चार एसटीपी बनाए हैं। इनकी कुल क्षमता 174 एमएलडी है। वर्तमान समय में इन चारों एसटीपी से करीब 109 एमएलडी सीवरेज का शोधन हो रहा है। कई लोग मौजूदा समय में भूजल से ही निर्माण कार्य करा रहे हैं जिससे ग्रेटर नोएडा में भूजल स्तर लगातार नीचे जा रहा है। भूजल के लिहाज से ग्रेटर नोएडा का अधिकांश क्षेत्र क्रिटिकल जोन में हैं। इसे देखते हुए सीईओ सुरेन्द्र सिंह ने सीवर विभाग को निर्माण कार्यों में अनिवार्य रूप से सिर्फ एसटीपी के पानी का ही इस्तेमाल करने की व्यवस्था शीघ्र लागू करने के निर्देश दिए हैं। सीवर विभाग जल्द ही यह प्रावधान बनाने जा रहा है। इसके बाद निर्माण कार्यों के लिए सिर्फ एसटीपी के पानी का ही इस्तेमाल किया जा सकेगा।

सीवर विभाग के प्रभारी कपिल सिंह ने बताया कि जिस किसी को एसटीपी से शोधित पानी चाहिए, वह प्राधिकरण के जल विभाग या रिसेप्शन काउंटर पर आवेदन पत्र जमा कर दे। 7 रुपये प्रति 1 केएलडी की दर से पैसे का भुगतान कर दें। उसे अनुमति मिल जाएगी। वह टैंकर ले जाकर एसटीपी से पानी ले सकता है। सीईओ ने एसटीपी से शोधित पानी खरीदने के लिए आवेदन पत्र और शुल्क जमा करने की प्रक्रिया ऑनलाइन करने के निर्देश दिए हैं, ताकि लोग आसानी से इसे खरीद सकें।

कई उद्योग कर रहे हैं एसटीपी के शोधित जल का उपयोग

ग्रेटर नोएडा के कई उद्योग औद्योगिक कार्यों के लिए पहले से ही एसटीपी से शोधित पानी का इस्तेमाल कर रहे हैं। एनटीपीसी रिसर्च इंस्टीट्यूट और हॉलीटेक कंपनी आदि इनमें शामिल हैं। सीईओ सुरेन्द्र सिंह ने एसटीपी के आसपास की कंपनियों को उत्पादन कार्यों के लिए एसटीपी का पानी ही इस्तेमाल करने की अपील की है।

सीईओ ने की जल संरक्षण और सदउपयोग की अपील

सीईओ सुरेन्‍द्र सिंह ने लोगों से जल संरक्षण और सदउपयोग की अपील की है। उन्‍होंने कहा पानी बहुत अनमोल है। इसे बहुत संभाल कर खर्च करें। भूजल स्तर तेजी से नीचे जा रहा है। भूजल का इस्तेमाल करने से बचें। घरों में आरओ से निकलने वाले वेस्ट वाटर का इस्तेमाल पौधों की सिंचाई, कपड़े धुलने व अन्य कार्यों के लिए करें। उसे फेंकें नहीं।

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