एनकाउंटर : अटारी में 5 घंटे चले एनकाउंटर में सिद्धु मूसेवाला हत्याकांड़ में शामिल दो आरोपी ढेर
Encounter: Two accused involved in Sidhu Musewala murder killed in a 5-hour encounter in Attari
Panchayat24 : अमृतसर के अटारी स्थित एक गांव में पुलिस तथा बदमाशों के बीच लगभग 5 घंटे तक चले एनकाउंटर में दो गैंगस्टर ढेर हो गए हैं। आरोपी भकना गांव के खेतों पर बने एक मकान में छिपे हुए थे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आरोपियों की ओर से एके-47 से फायरिंग की गई थी। मारे गए दोनों आरोपी सिद्धु मूसेवाला की हत्या में शामिल थे।
इनके नाम जगरूप रूपा और मनप्रीत उर्फ मन्नू कुस्सा हैं। जिस स्थान पर यह एनकाउंटर चला वह पाकिस्तान बार्डर से महज 10 किमीटर दूर है। ऐसे में यह भी माना जा रहा है कि आरोपी मौका पाकर पाकिस्तान भागने की फिराक में थे। वहीं, इस पूरे घटनाक्रम में तीन पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। वहीं तीन स्थानीय लोगों को भी चोट आई हैं। हालांकि पुलिस ने अभी इस बात की पुष्टि नहीं की है कि मुठभेड़ में मारे ढेर हुए लोग गैंगस्टर हैं अथवा आतंकवादी हैं।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, सिद्धु मूसेवाला हत्याकांड के बाद से पंजाब पुलिस,एंटी गैंस्टर टास्क फोर्स, स्पेशल ऑपरेशन सेल, आर्गनाइज्ड क्राइम कंट्रोल यूनिट हत्यारोपियों तथा उनके मददगारों की तलाश में जुटी थी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि हमे सूचना मिली थी कि इस क्षेत्र में कुछ संदिग्ध लोगों की गतिविधियां बढ़ गई हैं।
जांच में सूचना की पुष्टि हुई।पुलिस ने बुधवार को इस कार्रवाई को अंजाम दिया। कार्रवाई से पूर्व पुलिस ने पूरी तरह से तैयारी कर ली थी। लगभग दो किमी के क्षेत्र को पूरी तरह से सील कर दिया गया था। लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने के लिए कहा गया था। पुलिस ने मौके से एक पिस्टल और एक एके-47 भी बरामद हुई है। कार्रवाई मेंपंजाब पुलिस की विभिन्न यूनिटों सहित पंजाब पुलिस के बेस्ट शूटर भी शामिल हुए। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पुलिस का मानना है कि जिन हथियारों से आरोपियों ने पुलिस टीम पर फायरिंग की, इन्हीं से सिद्धु मूसेवाला की भी हत्या की गई थी।
जग्गू भगनपुरिया गिरोह से सम्बन्ध था जगरूपा और मनप्रीत का
एनकाउंटर में मारे गए जगरूप रूपा और मनप्रीत उर्फ मन्नु कुस्सा का सम्बन्ध जग्गु भगनपुरयिा गिरोह से थे। जग्गु ने ही दोनों को लॉरेंस बिश्नोई गिरोह को सौंपा था। सिद्धु मूसेवाला हत्याकांड़ के बाद से ही पुलिस दोनों की तलाश कर रही थी। मन्नु कुस्सा लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड का करीबी भी बताया जाता है।
मन्नु ने ही सिद्धु मुसेवाला पर एके-47 से पहली गोली चलाई फायर की थी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मन्नु का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें उसकी पिटाई हुई थी। मन्नु का मानना था कि बंबीहा गिरोह ने उसकी बदनामी के लिए जेल में पिटाई की साजिश रची थी। वह बेइज्जती का बदला लेना चाहता था। वहीं सिद्धु मूसेवाला की हत्या को अंजाम देने के बाद से जगरूप रूपा और मनप्रीत उर्फ मन्नु कुस्सा इस क्षेत्र में घूम रहे थे। कुछ दिन पूर्व उनकी लोकेशन तरणतारण में मिली थी।
गोल्डी बराड के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस हो चुका है जारी
सिद्धु मूसेवाला हत्याकांड का मुख्य साजिशकर्ता गोल्डी बराड हत्याकांड से लगभग एक महने पूर्व ही कनाडा भाग चुका था। इंटरपोल ने गोल्डी बराड के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। वहीं सिद्धु मूसेवाला हत्याकांड को में शामिल लगभग डेढ दर्जन आरोपियों को पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार किय है। वहीं शॉर्प शूटरों कुलदीप, अंकित सिरसा और प्रियव्रत फौजी को दिल्ली पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।