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एक्‍सप्रेस-वे पर होगा ई-वे हब का विकास, थीम पार्क, रिजॉर्ट और वेयरहाऊस सहित आधुनिक सुविधाओं से होंगे लैस

E-way hub will be developed on the expressway, it will be equipped with modern facilities including theme park, resort and warehouse

Panchayat 24 : देश में सबसे तेजी से सड़कों और एक्‍सप्रेस-वे का जाल बिछाने के बाद उत्‍तर प्रदेश में अब ई-वे सर्विस को बढ़ावा देने के लिए एक्‍सप्रेस-वे पर ई-वे हब का निर्माण किया जाएगा। इसकी तैयारियां शुरू हो गई है। सरकार ने उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) को जिम्‍मेवारी सौपी है। इसके लिए पूर्वांचन एक्‍सप्रेस-वे और बुन्‍देलखण्‍ड एक्‍सप्रेस-वे के 12 स्‍थानों को चिन्हित किया गया है।

इन सुविधाओं से लैस होंगे ई-वे हब

ई-वे हब में रीटेल-कमर्शियल दुकानें, बजट होटल्स, ढाबा, फूड कोर्ट्स, थीम पार्क्स, रिजॉर्ट, बैंक्वेट व वेडिंग हॉल, वेयरहाउसिंग व लॉजिस्टिक्स फैसिलिटी, ऑटोमोबाइल शोरूम व वर्कशॉप तथा ट्रक यूजर्स जोन जैसी सुविधाओं का विकास किया जाएगा। इन सुविधाओं का विकास करने के लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल माध्यम से आवेदन मांगे गए हैं। इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए सिंगल स्टेज बिड सिस्टम का उपयोग किया जाएगा।

बुंदेलखंड में 4 तो पूर्वांचल एक्सप्रेसवे में 8 स्‍थानों पर विकसित किए जाएंगे ई-वे हब

कुल 290 किमी लंबे बुंदेलखण्‍ड एक्‍सप्रेस-वे वर्तमान में चार संचालित है। यह चित्रकूट से शुरू होकर बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन और औरैया को इटावा में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से मिल जाता है। इस एक्सप्रेसवे पर कुल 4 स्‍थानों को ई-वे हब के रूप में कुल 10 हेक्‍टेयर जमीन पर विकसित किया जाएगा। वहीं, लगभग 340 किमी लंबा पूर्वांचल एक्‍सप्रेस-वे 6 लेन संचालित है। यह लखनऊ से शुरू होकर बाराबंकी, अयोध्या, अमेठी, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ होते हुए गाजीपुर जिले में जाकर खत्म होता है। इस एक्सप्रेसवे पर 8 स्थलों में कुल मिलाकर 10 हेक्टेयर साइट को ई-वे हब के रूप में विकसित किया जाएगा। संभवत:  सितंबर महीने में बिड प्रक्रिया पूरी होने के बाद निर्माण व विकास कायों को तेजी से शुरू किया जाएगा।

कुल 120 प्‍लॉट का होगा आवंटन लीज आवंटन तीस सालों का होगा

इस परियोजना के अंतर्गत दोनों ही एक्सप्रेस में विकसित होने वाले 12 ई-वे हब में कुल मिलाकर 120 प्लॉट का आवंटन किया जाएगा। इन प्लॉट्स को 30 सालों के लिए लीज पर आवंटित किया जाएगा। अवावंटन को अगले 15 सालों की समय सीमा तक बढ़ाया जा सकता है।  इनमें से तीन प्लॉट्स 5,660 वर्ग मीटर के हैं जो कि एक्सप्रेसवे फेसिंग हैं। इसके अतिरिक्त, जिन 120 प्लॉट्स को चिह्नित किया गया है उनमें कई प्रकार की वे-साइड एमिनिटीज का विकास किया जाएगा। इसमें, वॉशरूम्स, यूरिनल्स, मेडिकल एड फैसिलिटी, एटीएम फूड व बेवरेज आउटलेट जैसी सुविधाएं प्रमुख रूप से शामिल हैं। इन सुविधाओं का विकास कार्य प्राप्त करने वाली निविदाकर्ता द्वारा अगले 18 महीनों के अंदर करना होगा। वहीं ट्रकर्स जोन में भी सभी निर्धारित निर्माण कार्यों को 18 महीने की समय अवधि पूर्ण करना होगा।

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