जिला प्रशासन

खराब मौसम और आकाशीय बिजली के प्रकोप से बचाएगा दामिनी और सचेत एप, प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी

Damini and Sachet app will protect from bad weather and lightning, administration issued advisory

Panchayat 24 : अक्‍सर मई और जून के महीने में खराब मौसम के कारण लोगों को अचानक ही परेशानियों का सामना करना पड़ा है। निश्चित मौसम के कारण कभी बारिश तो कभी ओले पड़ते हैं। कई बार आकाशीय बिजली के गिरने से लोगों को भारी जन और धन की हानि होती है। ऐसे में यह आवश्यक है कि आकाशीय बिजली से बचने के उपायों को अपनाया जाए। आकाशीय बिजली के गिरने और मौसम की पूर्ण जानकारी के लिए जिला प्रशासन ने दामिनी और सचेत एप का मोबाइल में प्रयोग करने की सलाह दी है। इसके अतिरिक्‍त जिला प्रशासन ने इस संबंंध में एडवाइजरी भी जारी की है। दामिनी ऐप लगभग 20 से 40 किमी के क्षेत्र में संभावित लाइटनिंग अलर्ट का नोटिफिकेशन प्रेषित करता है, जिससे व्यक्तियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचने तथा बचाव का अवसर प्राप्त हो सकेगा। मौसम की पूर्ण जानकारी हेतु सचेत एप डाउनलोड करें, जिससे मौसम की जानकारी एवं विभिन्न आपदाओं की जानकारी व एडवाइजरी भी प्राप्त हो सके व चेतावनी मिलती रहे।

क्‍या है पूरा मामला ?

जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा के अनुसार इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट द्वारा 11, 12 और 13 मई को उत्तर प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर बारिश,गरज और आंधी के साथ बौछारे पड़ने की संभावना जाहिर की है। खराब मौसम में आकाशीय बिजली गिरने और वज्रपात की घटनाएं घटित होने की संभावनाएं काफी बढ़ जाती हैं।  इससे जनहानि एवं पशु हानि व मकान क्षति तथा व्यक्ति के घायल होने की घटनाए प्रायः होती हैं। ऐसे में दामिनी और सचेत एप से मिली पूर्व जानकारी से आकाशीय बिजली से बचने के उपायों को अपनाकर वज्रपात से होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है अथवा कम से कम किया जा सकता है।

आकाशीस बिजली से बचाव के लिए ऐसा करने से बचें

अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अतुल कुमार ने ताया कि वज्रपात से बचने के लिए पेड़ों के नीचे, मोबाइल टावर व ऊंचे मकान के नीचे शरण न लें। बच्चों को बाहर न खेलने दें। लोहे की खिड़की, दरवाजे व हैण्डपम्प आदि को न छुएं। धातु से बने छाते का प्रयोग न करें। लैण्डलाइन एवं बिजली के उपकरणों का उपयोग न करें।  खुल वाहनों मेे सवारी न करें।  बचाव के लिए जमीन पर न लेटें तथा तैराकी या नौकायन न करें।

आकाशीस बिजली से बचाव के ऐसा करें

जिला आपदा विशेषज्ञ ओमकार चतुर्वेदी ने कहा कि यदि मौसम खराब हो तो तुरन्त किसी पक्के घर में शरण लें। आसपास सुरक्षित स्थान न होने पर दोनों कानों को बंद कर पैरों को सटा लें तथा घुटनों का टेककर उकड़ू बैठ जाएं। घरों में विद्युत उपकरणों को प्लग से अलग कर दें। यदि खेतों में हैं तो तुरन्त सूखे स्थान पर चल जाएं। हाईटेंशन तारों, पोखरों, बिजली के खंभों तथा कटीले तारों से दूर रहें।

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