स्पेशल स्टोरी

गौतम बुद्ध नगर के हिस्‍से में बड़ी उपलब्धि आई, वाकई यह उपलब्धि लोगों के लिए बड़े मायने रखती है ? आप क्‍या मानते हैं ?

Gautam Buddha Nagar has achieved a great achievement. This achievement is indeed very important for the people. What do you think?

डॉ देवेन्‍द्र कुमार शर्मा

Panchayat 24 : गौतम बुद्ध नगर उत्‍तर प्रदेश की जीडीपी में सर्वाधिक योगदान देने वाला जिला घोषित किया गया है। प्रदेश का सबसे अधिक कमाऊ जिला होने का तमगा भी जिले को हासिल हो गया है। प्रति व्‍यक्ति आय के हिसाब से भी यह जिला प्रदेश में अव्‍वल है। किसी अन्‍य जिले की अपेक्षा यहां औद्योगिक एवं नगरीय विकास भी तेजी से हो रहा है ? यह बातें उत्‍तर प्रदेश सरकार की ओर से जारी जिला घरेलू उत्‍पाद अनुमान रिपोर्ट 2022-23 की रिपोर्ट में सामने आई हैं। इस उपलब्धि पर गौतम बुद्ध नगर के लोगों को खुशी मनानी चाहिए ?

इस रिपोर्ट से कई जिलों को निराशा हाथ लगी होगी। इन जिलों के लोगों का सपना होगा कि उनके यहां पर भी गौतम बुद्ध नगर जैसा विकास हो। गौतम बुद्ध नगर की विकास गाथा को सुनकर उनके मन में यहां के लोगों के प्रति ईष्‍या का भाव भी जरूर आता होगा। ऐसा हो भी क्‍यों न ? इस जिले ने उत्‍तर प्रदेश की आर्थिक राजधानी होने का सम्‍मान ऐसे ही थोड़े प्राप्‍त किया है। यहां की चमचमाती और चौड़ी सड़कें, विश्‍वस्‍तरीय स्‍कूल, कॉलेज और विश्‍वविद्यालय, मल्‍टीप्‍लेक्‍स, गगनचुंबी इमारतें, रोजगार की संभावनाएं, देश की राजधानी से सटा हुआ होना और देश के हर राज्‍य एवं जिले के लिए बेहतर कनेक्टिविटी सहित जीवन को आनन्दित करने वाली कई सुविधाएं मौजूद हैं। हवाई यात्रा के लिए दुनिया के विशालतम एयरपोर्ट में से एक एयरपोर्ट जल्‍द ही यहां शुरू होने जा रहा है।

इस सबके बावजूद उत्‍तर प्रदेश के दूसरे जिलों को गौतम बुद्ध नगर के लोगों से ईर्ष्‍या के स्‍थान पर सहानभूति का भाव ही रखना चाहिए। यहां के लोगों को इन उपलब्धियों की भारी कीमत चुकानी पड़ रही है। दरअसल, गौतम बुद्ध नगर जिले का एक दूसरा पहलू भी है। शायद यह पहलू दूर बैठे लोगों को दिखाई नहीं देता है। यहां प्रदूषण का स्‍तर बहुत खराब है। पीने के पानी का संकट भी सामने आ रहा है। अतिक्रमण के कारण नदियां और नहरें अपने अस्तित्‍व के लिए संघर्ष कर रही हैं। आने वाले कुछ सालों में खेती बाड़ी यहां के बच्‍चों के लिए किताबों और दादा-दादी की कहानियों का हिस्‍सा बनकर रह जाएगी। जमीन की लूट खसौट ने भ्रष्‍टाचार को जन्‍म दिया है। मुनाफाखोरी के लिए भूमाफिया सक्रिय हैं। जनसंख्‍या दबाव लगातार बढ़ रहा हैं। जनसंख्‍या के अनुपात में संसाधन बहुत कम हैं। कई तरह की समस्‍याएं भी पैदा हो गई हैं।

देश दुनिया में अपने विकास के झंडे बुलंद करने वाला ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण अपना तैंतीसवां स्‍थापना दिवस मना रहा है। प्राधिकरण की उपलब्धियों की चर्चा हो रही है। वरिष्‍ठ अधिकारी जानते हैं कि कई ऐसी समस्‍याएं हैं जिनका समाधान शीघ्र नहीं हुआ तो समय के साथ विकराल रूप धारण करेंगी। इसका दुष्‍परिणाम भी अच्‍छी तरह जानते हैं। जिले में नियोजित सेक्‍टरों के अतिरिक्‍त अवैध कॉलोनियां और डूब क्षेत्र में बड़ी आबादी बसी हुई है हैं। यह लोग देश और प्रदेश के दूसरे हिस्‍सों से यहां आकर बसे हैं। इनको लेकर पूरे जिले में योजनाओं का अभाव ही दिखाई देता है। गांवों की स्थिति भी खराब है।

हालातों का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि भ्रष्‍ट अधिकारी लूट खसोट और ईमानदार अधिकारी अपना कार्यकाल पूरा करने ही गौतम बुद्ध नगर में आते हैं। समस्‍याओं के मकड़जाल पर विचार करते हुए जिले के एक जिम्‍मेवार वरिष्‍ठ अधिकारी अनौपचारिक बातचीत के दौरान स्‍वीकार करते है कि गौतम बुद्ध नगर का बहुत बड़ा हिस्‍सा भविष्‍य में स्‍लम बन जाएगा। ऐसे में गौतम बुद्ध नगर जिले का उत्‍तर प्रदेश का सबसे अधिक कमाऊ जिला बनना और प्रदेश में सबसे अधिक प्रति व्‍यक्ति आय वाले जिले के रूप में तमगा हासिल करना यहां के आम नागरिकों के लिए कितना मायने रखता है ?

Related Articles

Back to top button