नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण को मिला स्वच्छता सुपर लीग पुरस्कार, उपलब्धि के साथ लक्ष्य और चुनौती भी है
Noida Industrial Development Authority receives Swachhata Super League Award, along with achievement there is also target and challenge

Panchayat 24 : भारत सरकार के आवासन एवं शहरी विकास मंत्रालय द्वारा शहरों की स्वच्छता के लिए जारी की जाने वाली स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिंग में नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण को वर्ष 2024 में वाटर प्लस एवं फाइव स्टार गार्बेज फ्री सिटी पुरस्कार प्राप्त हुआ है। प्राधिकरण को पहली बार आयोजित स्वच्छता सुपर लीग (गोल्डन सिटी) श्रेणी में भी चुना गया है। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू द्वारा यह पुरस्कार नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण 17 जुलाई को यह पुरस्कार प्रदान किया है। यह खबर प्राधिकरण के लिए सकून देने वाली है। एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने इस बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर एसीईओ संजय खत्री एवं वंदना त्रिपाठी, जीए स्वास्थ्य एसपी सिंह, एसएम हेल्थ गौरव बंसल और आरके शर्मा, डायरेक्टर उद्यान आनन्द मोहन, जीएम सिविल एके अरोड़ा और ओएसडी इंदु प्रकाश सहित कई अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।
दरअस, औद्योगिक विकास के साथ नोएडा शहर को साफ एवं स्वच्छ बनाने की जिम्मेवारी भी नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के कंधों पर है। इस दिशा में प्राधिकरण लगातार प्रयासरत रहा है। तेजी से बढ़ती शहर की आबादी के चलते यह काम किसी चुनौती से कम नहीं था। साल 2018 में प्राधिकरण ने 3 से 10 लाख की आबादी श्रेणी में 324वां स्थान हासिल किया था। अगले साल 2019 में प्राधिकरण ने अपने प्रदर्शन में सुधार करते हुए 150वां स्थान हासिल किया। साथ ही गार्बेज फ्री सिटी श्रेणी में थ्री स्टार और ओडीएफ श्रेणी में ओडीएफ डबल प्लस भी हासिल किया।
स्वच्छता रैंकिंग प्रदर्शन में नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण का सुधार साल 2020 में भी जारी रहा और 25वां स्थान हासिल किया। साल 2021 में बड़ी छलांग लगाते हुए चौथा स्थान हासिल किया। इस साल क्लीनेस्ट सिटी एवं फाइव स्टाार गार्बेज फ्री सिटी का तमगा भी हासिल किया। साल 2022 में प्राधिकरण ने पांचवी रैंक हासिल किया और बेस्ट सेल्फ सस्टेनेबल सिटी के लिए चयन भी किया गया। साल 2023 में वाटर प्लस, फाई स्टार गार्बेज फ्री सिटी और 3 से 10 लाख आबादी वाली श्रेणी में नोएडा को उत्तर प्रदेश का पहला और भारत का दूसरा शहर चुना गया।
नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम इन उपलब्धियों के लिए प्राधिकरण के सभी विभागों के विभागाध्यक्षों, अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ शहर के सफाई कर्मचारियों के प्रयासों को विशेष तौर पर सराहा। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि बड़ी बात उपलब्धि को हासिल करना नहीं है, उसको बनाए रखना और उसमें लगातार सुधार करना है। सवाल उठता है क्या कोई भी व्यवस्था पूर्ण नहीं होती है? पूर्ण व्यवस्था एक आदर्श है, जो भी व्यवस्था पूर्णता के सबसे अधिक करीब होती है, वह व्यवहारिकता में श्रेष्ठ होती है। नोएडा शहर को स्वच्छता के क्षेत्र में अभी और आगे तक जाना है। इसके लिए लगातार योजनाबद्ध तरीके से प्रयास करते रहने होंगे। श्रेष्ठता के अधिक से अधिक करीब पहुंचना प्राधिकरण के लिए चुनौती भी है और लक्ष्य भी।