ऐसा एक्सप्रेस-वे जो करेगा एक लाख घरों को रोशन, जानिए देश में कहां बन रहा है ऐसा एक्सप्रेस-वे
An expressway that will light up one lakh houses, know where such an expressway is being built in the country

Panchayat 24 : नई तकनीक हाईवे और एक्सप्रेस-वे निर्माण के लिए प्रयोग की जा रही हैं। सरकार का प्रयास है कि हाईवे और एक्सप्रेस-वे का प्रयोग यात्रा को सुगम बनाने के अतिरिक्त दूसरे कामों में भी किया जाए। इसी धारणा के साथ देश में एक ऐसा एक्सप्रेस-वे बनाया जा रहा है जो लोगों के लिए यात्रा को सुगम बनाने के साथ ही एक लाख घरों को रोशन भी करेगा। इस हाईवे की लंबाई लगभग 296 किमी होगी।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चित्रकूट से शुरू होकर इटावा तक जाने वाले बुन्देलखंड एक्सप्रेस-वे का विकास किया जा रहा है। यह एक्सप्रेस-वे आगे लखनऊ आगरा एक्सप्रेस-वे में मिल जाएगा। इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण अर्थात यीपीसीडा द्वारा किया जा रहा है। इस एक्सप्रेस-वे सोलर एक्सप्रेस-वे की पहचान सोलर एक्सप्रेस-वे के रूप में भी हो रही है। कुल 296 किमी लंबे इस एक्सप्रेस-वे के दोनों और सोलर पैनल लगाए जाएंगे। यहां सोलर ऊर्जा से 550 मेगावाट बिजली का उतपादन किया जाएगा। यह देश का पहला सोलर एक्सप्रेस-वे होगा। यह सोलर एनर्जी उत्पादन का गलियारा बनेगा। पूरा एक्सप्रेस-वे सोलर ऊर्जा से रोशन होगा, वहीं ई-व्हीकल चार्जिंग के लिए सोलर ऊर्जा का ही प्रयोग किया जाएगा। इसके यहां चार्जिंग प्वाइंट भी बनाए जाएंगे। शेष ऊर्जा को ग्रिड में भेजा जाएगा। सोलर ऊर्जा से पैदा होने वाली बिजली से एक लाख घरों को बिजली मिलेगी। यूपीसीडा ने तेजी से इस पर काम भी शुरू कर दिया है।
एक्सप्रेस-वे के दोनों और सोलर पैनल लगाने के लिए सरकार 17 सौ हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण करेगी। इसके लिए प्रभावित किसानों की सहमति भी ले ली है। इतन ही नहीं इस परियोजना का विकास पीपीपी मॉडल के आधार पर किया जाएगा। इसके प्रति डवेलपर्स में भी अच्छा खासा आकर्षण है। आठ सोलर पावर डवेलपर्स अपना प्रतुतिकरण भी पेश कर चुके हैं। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बनाए जा रहे इस एक्सप्रेस-वे के रूट मैप में चित्रकूट जिले के 9 बांदा के 28, महोबा के 8, हमीरपुर के 29, जालौन के 63 औरेया के 37 और इटावा के कुल 7 गांव आते हैं।